Post of 11th April 2021
कल यूकरेन के राषट्पति ज़ेलेंसकी अरदोगान से मिलने अंकरा पहुँचे और बात के बाद लम्बी प्रेस कांफरेंस मे अरदोगान ने उमीद जताई के यूकरेन के डॉनबास (Donbass) मे रूस के साथ चल रहे तनाव को डिपलोमैसी के ज़रिये शांतिपूर्वक तरीक़े से हल कर लिया जाये गा।
हम ने कल रात मे यह प्रेस कांफरेंस लाइव देखा था, राषट्रपति ज़ेलेंसकी का बौडी लैंग्वेज ऐसा लग रहा था जैसे वह अब रो दें गे मगर आखिर मे अरदोगान ने खडे हो कर उन को अपने से सटा लिया, फिर दोनो चले गये।
ट्र्म्प को अरदोगान ने पढ लिया और अपने देशहित मे ट्र्म्प से बहुत फायदा उठाया। बाईडेन आतंकी को अरदोगान खूब पहचानते हैं और चार महीना से बाईडेन ने अरदोगान पर बहुत दबाव बनाया है, यहॉ तक के एक दिन चंद घंटा मे तुर्की का पैसा लिरा 15% गिर गया।
कल अरदोगान को देख और सून कर लगा यूकरेन-रूस तनाव मे अरदोगान एक अहम रोल अदा करें गें।
उमीद है कि अगले चार साल बाईडेन अपना फटा दामन ही रफ़ू करते रहें गें।सौ (100) साल के बाद अमेरिका का प्रभुत्व (Supremacy) ख़त्म हो गया और अब एशिया का ज़माना आ गया।