15-06-2021 FB Post

तुर्की के राषट्रपति तैयब अरदोगान ने आज आईजरबाईजान के एतिहासिक शहर शूशा मे 11 पेज के “शूशा संधी” पर हस्ताक्षर किया।

शूशा शहर को पिछले साल अरमेनिया के 28 साल कब्जा के बाद तुर्की के मदद से आईजरबाईजान ने फिर वापस उस शहर को अपने कब्जा मे लिया है।इस शहर को एक “स्मार्ट सीटी” बनाने की योजना है। तुर्की शूशा मे एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाये गा।

आईजरबाईजान तुर्की के लिये सेंट्रल एशिया के मूल्को के लिये एक गेटवे (gateway) साबित होगा। पिछले साल ईरान, तुर्की, जौरजिया, रूस, आईजरबाईजान+आरमेनिया (P5+1) देशो का एक समूह बना है जो आपस मे एक दूसरे के साथ बिजनेस और निवेश करे गें। अगले महीना आरमेनिया मे चुनाव है और उमीद है प्रधानमंत्री पशनीयान ही जीतें गें।

तुर्की से रेलवे लाईन आईजरबाईजान जाती है और वहॉ से गैस और तेल तुर्की मे पाईपलाईन के ज़रिये आता है। यह रेलवे लाईन अब तुर्कीमिनस्तान, उजबेकिस्तान, तजाकिस्तान, कजाकिस्तान, किरगिस्तान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान से जुटे गा। 2024-30 तक तुर्की इन देशो के साथ मिल कर यूरोपियन यूनियन की तरह एक संगठन बना लेगा।आपस मे यह लोग बिना विजा के एक दूसरे मूल्क मे आये जायें गें।

अब कोविड के बाद दुनियॉ फिर इस हफ्ता G7, NATO समीट और आईजरबाईजान विज़िट के बाद तेज़ी से बदल रही है।अगले महीना जर्मनी मे लिबिया पर समीट है।
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हमारे यहॉ SAARC बना था, पड़ोस मे ASEAN था मगर पिछले कई वर्षो से सरस्वती जी रूठ गई हैं और लक्ष्मी जी भी चुनाव के चक्कर मे गायब हो गई और बंगलादेश चली गई हैं।

शिव जी कैलाश पर्वत छोड कर मिस्र के प्राचीन मंदिरों मे नज़र आने लगे हैं।आज की खबर है पिछले सात साल मे राष्ट्रपति सीसी ने मिस्र मे $100 billion का विदेशी निवेश नये राजधानी, मयूज़ियम, रोड, ब्रिज, तेल और गैस मे करवाया है। अगले साल से मिस्र दुनियॉ के टूरिज़म का केन्द्र हो गा।