Post of 10 August 2023

अरदोगान दो दशकों से तुर्की में सत्ता में हैं।अरदोगान ने इस दौरान दुनिया की सियासत के लेन-देन की कला में महारत हासिल कर ली है।

राजनीतिक बुद्धिजीवी अब कहने लगे हैं कि अरदोगान ने तुर्की को दो दशकों मे “अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में स्विंग स्टेट” में बदल दिया है यानि जो उन के देश के हित में होता है वह वहीं करते हैं चाहे पुटिन हों या अमेरिका या यूरोप।

जब तक शाह सलमान ज़िंदा है मीडिल ईस्ट से अरदोगान को कोई चिंता नहीं है क्योंकि वह शाह सलमान के कारण अपने को अधिक सुरक्षित (secure) महसूस करते है और हैं भी।

इस बार अरदोगान राष्ट्रपति का चुनाव जीत कर तुर्की का महत्व East & West के देशों के बीच को बड़े अच्छे अंदाज़ में समझ कर आगे बढ़ रहे है।पूर्व और पश्चिम के कारण तुर्की “इस्लामिक देशों के निवेश के लिए एक Attractive Place बन गया है”।इस्लामिक चैंबर ऑफ कामर्स, इंडस्ट्री एंड एग्रीकल्चर (ICCIA) के सचिव का कहना है कि तुर्की इस्लामिक बैंकिंग का भविष्य मे केन्द्र बने गा।

अरदोगान को पता है कि यूक्रेन युद्ध से पुटिन पश्चिमी देशों से हमेशा के लिय युद्ध (Putin’s forever war with the West) छेड़ दिया है और वह इस युद्ध को पश्चिमी देशों के साथ सभ्यातागत संघर्ष (Civilisational Conflict) में ले जाना चाहते हैं।

चुनावों से पहले, पुटिन ने तुर्की के गैस ऋण को स्थगित कर दिया और Atomic Power प्लांट के निर्माण के लिए अरबों डॉलर का निवेश कर मदद किया।पुटिन अच्छी तरह जानते हैं कि अरदोगान यूक्रेन युद्ध में रूस और पश्चिम के साथ बातचीत में एक महत्वपूर्ण मध्यस्थ भी हैं।

अरदोगान खुद को पश्चिमी या किसी दूसरे गुट का हिस्सा नहीं मानते हैं और न रूस से दूर जाना चाहते है, बल्कि एक ईमानदार अभिनेता के रूप में अपने को रख कर अपने देश के व्यापार और विकास में लगे हैं।

अरदोगान अगर किसी मुद्दे पर तुर्की का फ़ायदा रूस के साथ जुड़ने मे देखते हैं, तो वह रूस के साथ काम करते हैं, और अगर अमेरिका से जुड़ने मे तुर्की का फ़ायदा देखते हैं तो वह अमेरिका या यूरोप के साथ काम करना चाहते हैं।

इस बदली दुनिया मे इसी को स्विंग स्टेट या प्रभावशाली और दूरंदेश नेता कहते हैं।
===========
Some comments on the Post

Ajaz Yusuf बहुत हीं शानदार पोस्ट है सर कभी थोड़ा इस्लामिक बैंकिंग बारे में पोस्ट डालो जैसा की आपने इस पोस्ट आने वाले वक्त में तुर्की को इस्लामिक बैंकिग का केद्र प्वाइंट बताया है।

  • Mohammed Seemab Zaman, Ajaz Yusuf साहेब, हम ने इस मे तीन International articles पढ कर एक छोटा सा पोस्ट बनाया है। अभी इस्लामिक बैंकिंग ने ज़ोर नही पकड़ा है। दस साल और लगे गा। करें गें किसी दिन पोस्ट।

Zeenat Khan जब आपने मेरे कमेंट में यह जुमला. Putin’s Forever war with tha west लिखा उसको हमने अपनी notes में कॉपी कर लिया. यह आने वाले वक़्त की सच्चाई है

  • Mohammed Seemab Zaman, Zeenat Khan साहेबा, यह बहुत बडी Article पिछले हफ्ता The New York Times मे छपा है। इस का हेडिंग है “Putin’s Forever War” on the West हम ने सिर्फ हेडिंग कोट किया है। पूरी आर्टीकल को लिखें तो दो पोस्ट होगा। बहुत शांदार लिखा है।

Nooruedeen Shaikh ऐक बेहतरीन सियासतदान कि भूमिका के माहिर मुस्लिम नेता की भरमार है अभीके दौर मे सर दुबई,कतर,सउदी,ऐक से बढ़कर एक अल्लाह इन्हे सलामती अता करे मौजूदा दौरके बातीलो से

  • Mohammed Seemab Zaman दुबई और अबूधाबी का तो हम ने इस मे तजकिरा ही नही किया वह करते तो बहुत बडा पोस्ट हो जाता। किसी दिन उस को अलग से लिखें गें। वह तो हॉंगकॉग और सिंगापुर से बडी चीज बन रहा है।

Suhaib Sherwani जिस व्यक्ति ने आयासोफ़िया को दोबारा मस्जिद बनाया हो उसे काम से काम मैं दूरन्देश नेता नहीं मान सकता। The age of religious fundamentalism is over.

  • Maqsood Ali, Suhaib Sherwani sahab सत्ता मे रहने वाले लोग अपनी approaches मे बहुत कुछ ऐसा करते हैं जो एक हिडन मैसेज की तरह होता हैउस इशू पर एक महीना discuss होने के बाद बंद हो गया, अब दुनिया उससे कहीं आगे जा चुकी हैLeader वही है जो अपनी आवाम का भला सोचे और अपनी foreign policies को financial stability की तरफ खूबसूरती से मोड़ देबाकी इसमें कोई शक नहीं कि जिनकी उम्र अभी 30 से 40 के बीच है, उन्हें दुनिया मे बहुत कुछ बदलता हुआ देखना है3
  • Suhaib Sherwani, Maqsood Ali Erdogan is a rightist, fundamentalist. उसमें और मोदी में कोई फ़र्क़ नहीं है। जहाँ तक सवाल discussion बंद होने का है तो discussion तो बाबरी मस्जिद पर भी बंद हो गया, मंदिर भी लगभग बन चुका है तो क्या मस्जिद का तोड़ा जाना सही हो गया?
  • Suhaib Sherwani, Mohammed Seemab Zaman जी हाँ यह सब बातें शुरू से कही जा रही हैं। जब आया सोफ़िया को मस्जिद बनाया गया था तब इस विषय पर मैंने पोस्ट की थी, कभी फुर्सत हो तो देख लीजियेगा। आया सोफ़िया को खरीदना या उसका बादशाह का ज़ाती चर्च होना सब भ्रामक है।
  • Suhaib Sherwani और Erdogan बहरहाल rightist, fundamentalist है, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता। As such, he is a counterpart of Modi. यह लोग यही मंदिर-मस्जिद करके जनता को उल्लू बनाते रहते हैं।