FB Post of 23 January 2022
प्राचीन दुनिया की चार रिवर वैली (नदी घाटी) सभ्याता ही दुनिया के इतिहास को दर्शातीं हैं।क़बल तवारीख़ (prehistory/ प्रागैतिहासिक) का पता लगाना क़्यास से है मगर प्राचीन इतिहास (ancient history) का 4000 BC से लिखा मिलता है।मगर यह चार नदी-घाटी की सभ्यता बहुत सा राज़ प्रागैतिहासिक सामग्री के मिलने से खोल रही है।
#EGYPT NILE VALLEY CIVILISATION
अफ्रिका की नील-घाटी सभ्यता दुनिया की सब से पूरानी known civilisation है।यह सभ्यता मिस्र मे नील नदी के दोनो तरफ 5000-7000 साल पूरानी है।नील नदी अफ्रिका मे इथोपिया से निकलती है जो आज के सूडान होते हुऐ मिस्र मे आज भी बहती है।
मिस्री सभ्यता ने 7,000 साल पहले भगवान, देवी, देवता, मंदिर, सोना, सोना का ज़ेवर, टैटू, दही, मख्खन, पनीर, कपडा आदि इत्यादि दुनिया को दिया।सब से बडी बात रेगिस्तान मे पत्थर से यादगार आलीशान एमारत और पिरामिड बना दिया।अभी वहॉ 120 पिराड मिला है, मगर सिर्फ़ 20 ही खुला है जिस से यह सब जानकारी मिली है।
मिस्री सभ्यता का दुनिया का 7,000 साल सब से पूराना मंदिर कारनक मंदिर है जो आज भी वहॉ मौजूद है जहॉ भगवान शिव और उन की पत्नी देवी सेकमेत की मूर्ती देखी जा सकती है।पिछले साल खोदाई मे दुनिया का प्राचीन 4,000 साल पूराना सूर्य मंदिर मिला है।
केवल मिस्री सभ्यता के भगवान, देवी, देवता का रूप जानवर का सर और मर्द या औरत के शरीर मे मिलता है, ऐसा किसी भी नदी-घाटी सभ्यता मे ईश्वरीय रूप आरोपित नही है।
मिस्र की सभ्यता से निकला अब्राहमीक धर्म और 325 BC मे सिकंदर के साम्राज्य ने रिवर वैली सभ्यता को ख़त्म कर दुनिया के भू-राजनीति और प्राचीन धर्म को ख़त्म कर दिया।
नीचे तस्वीर में देंद्रा मंदिर मे हाथी और पूजनीय सॉंप, मंदिर की घंटी जो संगमरमर की है।तिसरी तस्वीर King Khofu (2552-2528 BC) के ममी पर किमती पत्थर का ज़ेवर है जो अभी अमेरिका के म्यूज़ियम मे है।
#नोट: मिस्र सभ्यता पर मेरा बहुत सारा पोस्ट है जिस को हम ने zamaniyat. com पर भी शेयर किया है। Egypt/Pyramid से सर्च कर पढ सकते हैं।