Post of 17 January 2023
फ़्रांस की राष्ट्रवादी, दक्षिणपंथी (Far-right) नेता मरीन ल पेन तीन दिन के दौरा पर मुस्लिम देश सेनेगल की यात्रा पर हैं।हाल ही में, सेनेगल के राष्ट्रपति मैकी सॉल ने फ्रांस और यूरोपीय संघ द्वारा रूस के खिलाफ लगाये आर्थिक प्रतिबंधों की सख़्त आलोचना किया था और रूस के पुटिन और तुर्की के अरदोगान से मिले थे।
मरीन ल पेन ने फ़्रांस के अख़बार L’Opinion मे अपनी यात्रा के विवरण में लिखा है कि “फ्रांस और सेनेगल यूरोप और अफ्रीका के बीच फिर से भरोसे के रिश्ते के दो इंजन बन सकते है।” सेनेगल मे वह “सेनेगल के राजनीतिक नेताओं के साथ अफ्रीका में खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य और औद्योगीकरण पर भी चर्चा करे गीं।”
यह वही मरीन ल पेन हैं जो 2022 के राष्ट्रपति चुनाव में जब खड़ी हुई थी तो इन की पार्टी ने कहा था जीतने पर फ़्रांस में क़ानून बना कर इस्लामी मदरसा बंद कर दें गी और हिजाब पर प्रतिबंध लगा दें गी।मगर आज जब फ़्रांस को तुर्की ने अफ़्रीका के मुस्लिम देशों से निकाल कर आतंकवाद बुर्किना फासो, माली, चाड, लिबिया, निजेर, सोमालिया, इथियोपिया वग़ैरह से ख़त्म कर दिया तो अब मरीन ल पेन को अफ़्रीका के मुस्लिम देशों के खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य वग़ैरह की चिंता हो रही है।
लोगों को याद होगा यही यूरोपियन देश सब 2007-11 में छोटे-छोटे लड़कों को समुंद्री डाकू बना कर सोमालियाई हिन्द महासागर में जहाज़ लूटवाते थे और बाद में उन्हीं लोगों का अल-शबाब आतंकी संगठन बना कर दस साल तक सोमालिया और अफ़्रीका में आतंक फैला रखा था।अब यह अल-शबाब आतंकी सरकार से दोस्ती कर आतंकवाद छोड़ रहे हैं।सोमालिया में आतंकवाद अब खत्म पर है।इथियोपिया में भी टिग्रे (Tigray) आतंकवाद को प्रधानमंत्री अबी अहमद ने ख़त्म कर दिया।
रूस-यूक्रेन लड़ाई ने यूरोप की शांति भंग कर दिया मगर मीडिल ईस्ट और अफ़्रीका में शांति ला दिया।
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Some comments on the Post
Mohammed Seemab Zaman एक इंगलैड के दक्षिणपंथी नेता माईकल फ़र्राज थे जो Brexit के बाद GBNews टीवी और रेडियो स्टेशन खोल कर अच्छी अच्छी बात बोलने लगे। दूसरी यह थी फ्रांस की मेरीन ल पेन जिन के पिता जी “मूँह से आग उगलते” थे जिन की बेटी आज मुस्लिम देशो का दौरा कर रही हैं ताकि फ्रांस को कोई “तीन तलाक़” दे कर छोड न दे।
तीसरी इटली की राष्ट्रपति मेलोनी हैं, जो राष्ट्पति बनी तो समझ मे आ गया कि दक्षिणपंथी रवैया रख कर इटली को बरबादी से नही बचा पाये गी। राष्ट्रपति बनते फ्रांस को गाली बकने लगीं कि इस ने ही यूरोप को अफ्रिका से निकलवा दिया।
एम एम हयात मुस्लिम देशों का दौरा तो मोदी जी भी करते हैं लेकिन मानसिकता इस्लाम विरोधी है यही हाल फ्रांस जैसे देशों का है
- Mohammed Seemab Zaman, एम एम हयात साहेब, मोदी जी को संघ, मेकरौन और ओबामा ने बरबाद किया। यह चले थे बाजपयी बनने जिन्होने 1977-79 मे मुस्लिम देशो का दौरा कर भारतीय लोगो को विदेश भेज कर Foreign exchange देश मे लाये। मगर मोदी जी साथ मे गोलवरकर की तरह देश मे कट्टर दक्षिणपंथी की क्षवि भी बना कर रखना चाहते थे ताकि भविष्य मे यह गोलवरकर से बडे नेता संघ के बन जायें मगर ऊपर वाले ने सब हुशयारी “चीन को विस्तारवादी” बना कर निकाल दिया।अभी संघ के लोगो के लिए बेहतरीन उदाहरण इटली की राष्ट्पति मेलोनी हैं और मरीन ल पेन हैं जो देश के लिए दक्षिणपंथी का लेबास उतार कर भेंक दिया।