FB Post of 8-04-2021
रवांडा नरसंहार का यह 27वॉ साल है। रवांडा जिस की आबादी 1.25 करोड है जिस मे हूतु (Hutu) द्वारा तुत्सी (Tutsi) का 1994 मे जन-संहार किया गया उस मे फ्रांस एक मुख्य अपराधी है। कल राष्ट्रपति मैकरौन ने रवांडा के जन-संहार मे फ्रांस का सहापराधी (complicity) होना स्वीकार किया है।
रवांडा के जन-संहार के मास्टर माईंड फेलेसिन काबूगा 25 साल से नाम बदल कर फ्रांस मे पेरिस मे रह रहे थे।सारे नरसंहार का पैसा, रेडियो तथा सहयोग इन्होने किया था।
तीन दिन मे 1 लाख और सौ दिन मे 10 लाख तुत्सी और हुतू को मार दिया गया। पूरी दुनिया सारा तमाशा देखती रही क्योकि इस मे फ्रांस का हाथ था और यूरोप चुप रहा।बाद मे पोप और क्रिस्चन दुनिया के हस्तक्षेप से वहॉ शांति हुआ और राष्ट्रपति की बाद मे हत्या हो गई और मारे गये राष्ट्रपति की पत्नी 25 साल से पेरिस मे हैं।
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नीचे तस्वीर देखये, अफ्रिका मे दस (10) जगह फ्रांस की सेना है और अफ्रिका का सोना, यूरेनियम और दूसरा खनिज पदार्थ लूट कर अपनी अर्थव्यवस्था चला रहा है।यह दुनिया का सब से बडा लुटेरा है मगर कलाईमेट चेंज के लिये रो रहा है। हर जगह अफ्रिका मे लोगो को आतंकी बना रहा है और मैकरौन कहता है क़ोरान मे बदलाव होना चाहिये।
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इसी मडर्र फ्रांस से मोदी जी ने 2016 मे €7.3 बिलियन का राफेल जहाज खरीदा ताकि अफ्रिका मे भारत जहॉ जहॉ फ्रांस आतंक फैला रहा है वहॉ भारत भी “Hard Nation” बने।
कल सऊदी अरब मे फ्रांस के राजदूत ने कहा है कि ‘Made in Saudi Arabia Project’ मे फ्रांस €3.5 billion का निवेश कर दुनिया का सब से बडा निवेशक बने गा। दुनिया के 80 कम्पनी ने ‘मेड इन सऊदी अरब प्रोजेक्ट’ के लिये आवेदन दिया है।