Post of 14 February 2024
लोगों को याद हो गा पॉच साल पहले सितंबर 2019 में अमेरिका के यूसटन (Houston) मे “हाऊडी मोदी” हुआ था जिस मे भारतीय प्रवासियों के मोदी, मोदी नारा से लगा की अब अमेरिका भारत को चीन की तरह “विश्वगुरु” बना देगा।अहमदाबाद मे फ़रवरी 2020 मे “नमस्ते टर्मप” हुआ तो फिर आशा जगी की अमेरिका हम लोग “विश्वगुरु” बना देगा। मगर उसी साल मई 2020 में चीन गलवान और अरूनाचल मे विस्तारवादी हो गया और टर्मप या अमेरिका के प्रवासी भारतीयों ने भारत के लिए कुछ नहीं किया।
अब तो इसराइल-प्रतिरोधी ताक़तों के मार-काट और हूथी द्वारा बाब अल मंदब के नाका-बंदी के बाद बाईडेन चीन का तलवा सहला रहे हैं और हम लोगों को भूल गये।
“हाऊडी मोदी” और “नमस्ते टर्मप” के समय किसी अंधे हो गये दिल ने यह नहीं सोचा होगा के 2024 में अहमदाबाद में अबू धाबी के शेख़ ज़ायद का “रोड शो” हो गा और कल दुबई मे “अहलन मोदी” होगा।
दुनिया तेज़ी से बदल रही है और कल फिर उसी आक्रांता के पास जा कर प्रधानमंत्री मोदी को “अल हिन्द वल एमारात बी क़लम अल ज़मॉ वल किताब व दुनिया न कुंतो हिसाब ली मुतक़्कलम अफ़ज़ल…..” का क़सीदा पढना पड़ा।
मंदिर के नाम पर भारत में हज़ारों दंगा हुआ और देश का GDP जला और बम्बई उजड़ गया, देश का नक़्शा भारत रत्न नरसिम्हा राव ने हमेशा के लिए बदल दिया।
1993 मे बम्बई उजड़ा और हम भारतीय दुबई मे रोज़ी-रोटी के लिए जाने लगे और आज दुबई को एशिया का “आर्थिक केन्द्र” बना दिया और भविष्य में दुनिया का “AI centre” बने गा। दुबई के शासक ने भारतीय मज़दूरों के लिए एक मंदिर बनवा दिया और भारत मस्जिद तोड कर गर्व ही करता रहा।
निचे तस्वीर देखये, दुबई ने Expo 2020 मे पत्थर पर “मज़दूरों का स्मारक” बना कर भारतीय मज़दूरों का नाम खुदवा कर हज़ारों साल के लिए भारत के अंधे हो गये दिल का इतिहास लिख दिया जो अरब 80s के दशक में बम्बई में बिज़नेस के लिए आते थे और जिन का भारतीय फ़िल्मों में मज़ाक़ उड़ता था।
#नोट: किसी ने सही लिखा था “आज़माइश के वक़्त सब्र रखो, और अल्लाह के फैसलों में खुश रहो, तुम्हें बेहतर नहीं बेहतरीन मिलेगा.”
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Some comments on the Post
Mohammed Seemab Zaman इस पोस्ट को शेयर किजये ताकि उर्दू नाम वालों की मायूसी दूर हो।आज तक किसी शेख़ ने भारत मे investment नहीं किया। मुकेश ने Reliance company तोड़ दिया मगर सऊदी अरब या दुबई किसी ने कोई investment नहीं किया।
आज तक दस साल मे भारत मे High Speed train नहीं चली मगर मोरक्को, सऊदी अरब, इंडोनेशिया पॉच साल में अपने यहॉ High Speed train चलवा दिया।
Mohammed Seemab Zaman, Abdul Raheem, Danish Qureshi साहेब, दूसरे टर्म के अन्त मे इन को समझ मे आ गया कि दुनिया बदल गई है और अब सौ साल की सोंच को हिन्द का “इतिहास- भूगोल” सही समझ मे आ गया।
पिछले दस साल से यह हिन्द का इतिहास-भूगोल भूल कर पोप के बच्चो के चक्कर मे पड कर भारत का पुन: नक्शा बदल दिया, अब सही इतिहास अरबी मे बोल रहे हैं।
याद रखिये गा तीसरे टर्म मे झक मार कर पाकिस्तान से दोस्ती करें गें वरना एक पैसा अरब से investment नही आये गा, सब वादा, पिछले 20 साल के तरह वादा ही रहे गा।
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