Post of 2 April 2023
श्री रावण हमारी सीता मैय्या को उठा कर श्री लंका ले गये और हनुमान जी ने श्री लंका जला दिया।उसी के याद मे आज़दी के बाद से हम लोग #रामनवमी के पर्व के अवसर पर भारत मे दंगा कर देश जला जला कर गौरव करते हैं।
दुनिया के किसी देश मे पर्व त्योहार के अवसर पर दंगा-फ़साद नही होता है मगर भारत मे राम नवमी तथा मूर्ती विसर्जन मे दंगा कर देश का जीडीपी जलाने का अलिखित कानून बन गया है।अब तो गुजरात और महाराष्ट्रा के डॉंडिया मे भी दंगा होने लगा है।
इस साल भारत मे G20 हो रहा है और उस के लोगो (Logo) मे संस्कृत का शब्द “वसुधैव कुटुंबकम” रखा गया है जो कहा जाता है कि भारतीय जीवन दर्शन का सार वाक्य है, पारस्परिक सद्भभाव को प्रोत्साहित करता है।
इस्लाम आने के हजारों साल बाद ईरान, इराक़, मिस्र, सेंट्रल एशिया के देशो मे #नवरोज़ बडे धूम-धाम और खुशी के माहौल मे मनाया जाता है मगर कोई दंगा-फ़साद नही होता है मगर भारत मे मस्जिद के सामने राम नवमी का जलूस गुज़ार कर ऐसा याद दिलाता है कि श्री रावण ब्राह्मण नही मुस्लिम थे।जलाने चाहिए श्री लंका मगर लोग जलाता है, भारत।
#नोट: नीचे The Hindu अखबार की दो तस्वीर है।एक बंगाल के हावड़ा के क़ाज़ीपारा/शिबपुर मे राम नवमी के अवसर पर दंगा मे आगज़नी कर देश की जीडीपी जलाने की है और दूसरी तस्वीर बिहार के नालंदा शहर की है, जहॉ विश्व प्रसिद्ध नालंदा विश्वविधालय है और आज भी विदेश से लोग वहॉ पढने आते हैं।
“है राम के वजूद पे हिन्दोस्तां को नाज़
अहले नज़र समझते हैं उस को इमामे हिन्द” (इक़बाल)