FB Post of 5-06-2021

दुनिया के “टैक्स सिस्टम” मे G7 देशो के वित्तमंत्री के बीच आज एक एतिहासिक निर्णय हुआ। सभी देश मिनिमम 15% कोरपोरेट टैक्स सभी कम्पनी पर लगाये गे। इस निर्णय से गूगल, फैसबूक, अमेजन वगैरह दूसरी सभी नई और पूरानी कम्पनी इस के ज़द मे आ जायें गी।इस फैसला को G20 मे भी मंज़ूर किया जाये गा।

यह फैसला डेवेलप देशो को कोरोना से मार से बरबाद पब्लिक सेवा को सुधारने मे मदद करे गा।भारत ऐसा बडा देश जो सात साल के बीजेपी सरकार द्वारा सरकारी कम्पनी को बरबाद कर दिया और कोरोना से बरबाद service sectors को रोज़गार देने मे बहुत कठिनाई का सामना करना पडे गा।

हम पॉच साल से लिख रहे थे डा० मोहन जी भागवत के संघ की सरकार लिंचिंग, मंदिर, 370 और समाज मे जहर घोल कर देश के social fabric को बरबाद कर दिया, अब यहॉ कोई विदेशी निवेश (FDI) नही आये गा, भारत के एक पुश्त को कोई भी अर्थशास्त्री अब नही बचा सकता है।निचे ग्राफ देखे 2013 के चुनाव भाषण के बाद भारत मे निवेश लगातार गिरता गया है।नौकरी कम होती गई, सरकार चुनाव जित कर अपना पिठ थपथपाती रही।

चीन गलवान और अरूनाचल मे आ गया, ब्रह्मपुत्रा नदी का पानी अगले तीन साल मे सूख कर 35% ही रह जाये गा, मगर देशभक्त डा० मोहन जी या देशभक्त संघ, समाजवादी नेता मोलायम या यचूरी, करात दम्पत्ति किसी के दिल मे देशभक्ति नज़र नही आ रही है।

20-25 साल मे मिडिल ईस्ट इतनी तरक्की कर गया जो किसी किसी देश को सौ साल लगा तरक्की करने मे लगा। आज 1.5 करोड आबादी का सऊदी अरब बीस साल से 50-75 लाख विदेशी लोगो को नौकरी दे रहा है।20 साल मे रूस से आजाद सेंट्रल एशिया के देश कजाकिस्तान, उजबेकिस्तान, आईजरबाईजान मे हाई स्पीड ट्रेन चल रही है।

लेकिन मेरे यहॉ सौ साल के सोंच को जब सत्ता मिला तो वह ममता को कैसे हराना है या आदित्य नाथ को कैसे अ-नाथ करना है इसी मे मशगूल है।ईक़बाल का एक शेर डा० मोहन जी के देशभक्तों के नज़र

“नै मोहरा बाक़ी, नै मोहरा बाज़ी
जिता है रूमी, हारा है राज़ी”