Post on FB 16th August 2021
कल का दिन 15 अगस्त 2021 दुनिया मे इतिहास का विशेष दिन याद किया जाये गा। ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री जैक स्ट्रा ने कहा कि यह “ट्र्म्प के द्वारा अराजकता फैलाया गया है (Trump has created this chaos)”.
कल ब्रिटेन के पूर्व राजदूत ने कहा था कि यूरोप और अमेरिका की विदेशनीति का यह वैसा ही जनाज़ा अफगानिस्तान मे पाकिस्तान ने निकाला है जैसे मिस्र के जमाल नासिर ने 1956 मे स्यूज़ कनाल को नेशनलाईज़ कर जनाज़ा निकाला था।
जर्मनी के विपक्षी नेता ने कहा अफगानिस्तान मे यह “The biggest fiasco in the history of NATO” हुआ है।वहीं आज जर्मनी की चांसलर मरकेल ने कहा है कि अफगानिस्तान मे अब हम लोगो को तुर्की के साथ मिल कर काम करने की ज़रूरत है।
कल अशरफ ग़नी के अफगानिस्तान छोड कर वाया ताजिकिस्तान होते हुऐ ओमान मे पनाह लेने के बाद अरदोगान ने ईमरान खॉ से फोन पर बात किया और अफगानिस्तान मे शांति व्यवस्था बनाये रखने और खाना, तेल और दवा वगैरह की सप्लाई पाकिस्तान से जारी रखने को कहा।आज पाकिस्तान से सामान जाना शुरू हो गया।
कल पाकिस्तान के राषट्पति आरिफ़ अलवी तुर्की मे थे और पहला तूर्की मे बना लड़ाकू जहाज़ MILGEM Corvette पाकिस्तानी नेवी के लिये प्राप्त किया।चार जहाज तुर्की बना कर पाकिस्तान को दे गा, दो तुर्की मे बने गा और दो पाकिस्तान मे बने गा। कल समारोह मे भाषण देते हुऐ अरदोगान ने कहा तुर्की पाकिस्तान के साथ मिल कर अफगानिस्तान और सेंट्रल एशिया मे शांति बना कर विकास पैदा करे गा।
अफगानिस्तान मे यूरोप और अमेरिका के राजनयिक विफलता के बाद रूस और चीन कूटनीतिक नज़दीकी बनाने मे लगे हैं।आज चीन ने तालेबान के साथ “friendly relationship” बना कर “post-war reconstruction” मे भाग लेकर विकास पैदा करने की बात कही। वहीं कल रूस के राजदूत काबूल मे तालेबान से मिल कर सरकार को मान्यता दे गें।
(#नोट कौमेंट मे मेरा तुर्की पर 12 August 2019 का पोस्ट “Asia Anew: Future of Turkish Foreign Policy” कृप्या पढ लें)
ASIA ANEW: FUTURE OF TURKISH FOREIGN POLICYआज ईद के दूसरे दिन तुर्की सरकार ने अपने विदेश निति का सरकारी तौर पर “Asia Anew” नाम से धोषणा कर दिया है। इस के ऐशिया के ASEAN देश जिस मे प्रमुख फ़िलिपिनस है तथा सेंट्रल ऐशिया के सभी मुसलिम देश और ईरान, अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, जापान, चीन समेत सभी देशो से एक नई दोस्ती कर आर्थिक सम्बन्ध बनाने का ऐलान किया है।अभी तक दुनिया की अर्थव्यवस्था यूरोप और अमेरिका की ओर ही जूटी/झूकी रही है और तूर्की की अर्थव्यवस्था तो यूरोप पर ही निर्भर रही है जो अब बहुत हद तक दूनिया से जूट रही है।तूर्की के अर्थशास्त्री का कहना है यह देर से उठाया गया क़दम है मगर यह अब दूनिया की बदली हुई geo-politics को देखते हुऐ यह बहुत ज़रूरी क़दम है।तूर्की के अर्थशास्त्री Fatih Oktay, जिन्हो ने China: The New Great Power & Changing World Balances” किताब लिखा है उन का कहना है कि तूर्की और चीन के सम्बन्ध के कारण तूर्की चीन के “Belt & Road Initiative” को एक तेज़ गती प्रदान करे गा जो चीन चाहता है।