कहा जाता रहा भारत युवाओं का देश रहा है। हमारे बडे भाईयो ने 1967 और 1977 देखा। हम लोगो ने 1989-1992 बाबरी देखा और भारत के युवाओ ने 2013-2019 देखा।
2013 के चुनाव मे माननीय मोदी जी दुनिया को बताते रहे की भारत दुनिया मे सब से जवान देशो मे है। देश की युवा पिढी का औसत आयु 25 साल है और विदेशी आये और Business investment करे। मगर सात साल मे एक डॉलर निवेश नही आया। 70 साल मे सब से खराब अर्थव्यवस्था हो गई जिस की वजह गाय-गोबर तथा संकीर्ण मानसिकता रही।
कल कोई अन्तरराष्ट्रीय चैनल पर बोल रहा था कि भारत युवाओं का देश अब सिर्फ़ दस साल रहे गा। जब मोदी जी सत्ता मे आये थे तो औसत आयु 25 साल थी। सात साल मे 35 हो गया और डूबी अर्थव्यवस्था ने बेरोज़गारी बढ़ा दी।अगले दस साल मे डूबी अर्थव्यवस्था (stagflation) और जर्जर इंफ़्रास्ट्रक्चर को फिर से खड़ा करने के लिए भारत को 235 लाख करोड ($3.3 trillion) ख़र्च कर 7.5% के न्यूनतम दर से तरक्की करना होगा।
मगर जिस तरह से फ़िल्मी तरीक़े से सरकार पिछले सात साल मे चली अब नही लगता है अगला एक नस्ल को quality jobs मिल पाये गा। अगले दस साल मे बेकार/बेरोज़गार युवा की उम्र 45-50 साल हो जाये गी और वह बुढे परिवार का देख-रेख नही कर पाये गा। फिर भारत के लिए अगला 25-30 साल कोई अच्छे दिन नही आये गा।
अभी जो राजनिति चल रही है, उस कारण भारत का कोई ऐसा दोस्त नही बचा जो $30-40 बिलियन बिज़नेस मे निवेश करे।देश की अर्थव्यवस्था बचानी है तो भाईचारा बढ़ाना होगा। आज भारत सरकार के मंत्री ने कहा अगर एयर इंडिया नही बिका तो इसे बन्द कर देना हो गा।
ऐशिया के दूसरे देश जैसे बंगलादेश, मलेशिया, वैटनाम, कम्बोडिया, फ़िलिपिन्स तथा अफ्रीका के देश 6-7% के दर से तरक्की कर रहा है।
Unfortunately, at this worst period the government started suffering from confidence crisis for governance of country.