चीन मे चार दिन का International Seminar on Counterterrorism, De-radicalisation and Human Rights Protection सम्मेलन सितंबर 2019 मे हुआ था। जिस मे दुनिया के इस्लामिक स्कॉलर को भी बोलाया गया था।राष्ट्रपति शी जिंपिंग ने उन मे से पॉच इस्लामिक विद्वानों से 15-15 मिनट बात किया के कैसे वह अपने मुस्लिम पौपूलेशन को आतंकी बनने से रोके और उन को तरक्की करायें।

मोरौक्को के एक मुस्लिम सकोलर राष्ट्रपति शी से मिले, उन का साक्षात्कार सीजीटीएन ने देखाया और हम ने सून लिया। उन्होंने शी जींपींग को कहा, मुस्लिम 1923 के बाद दुनिया मे यतीम/बेसहारा हो गये। यूरोप ने आपस मे बॉट कर मुस्लिम देश का कोलोनाईजेशन किया। उन लोगो के पास इतना पैसा नही था जो कोई नया सकिल्स (Skills) सिखते। फिर 1937 से 1948 तक इस्राईल बना। मिडिया मे मुस्लिम को अपमानित किया जाने लगा। परौफ़ेट और क़ोरान का मज़ाक़ बनाया गया। तेल को पानी से स्सता किया और यूरोप/अमेरिका तरक्की करता रहा है।

मुस्लिम को इस मायूसी से दूर करने के लिये इन्ही लोगो ने हथियार दे कर आतंकी बना दिया और यह सिलसिला 1971 से चलता रहा।इसी कड़ी मे अमेरिका ने 2005 के बाद चीन के यगुर लोगो को आतंकी बना दिया। मोरौक्को के सकोलर ने शी जिंपिंग की बहुत तारीफ़ की और कहा हम ने उन के चेहरा पर “जलाल और जमाल” देखा है।बहुत लम्बा इनटरविव था।

Xinjiang राज्य चीन का सब से बडा स्वायत्त राज्य है जो चीन का 1/6 क्षेत्रफल है और दुनिया का 8वॉ बडा स्वायत्त राज्य है जहॉं 15-20 लाख तुर्की नस्ल के मुस्लमान रहते हैं।यह सेन्टरल ऐशिया के देशो मे भी बसे हैं।जो माओ के समय से चींन के one-child policy से आज़ाद हैं। हम ने भी Uyghur पर जापान का बनाया हुआ documentary देखा है तो लगता है कि वह सही कर रहा है।

2017-19 तक चीन ने 80,000 यगुर मुस्लिम को ट्रेनिंग देकर दुनिया के 83 कम्पनी Adidas, Nike, Samsung, Microsoft, Apple मे चीन के 9 राज्यों मे 27 फ़ैक्टरी मे काम दिलवाया। सब को दो कमरे का नया फ़्लैट दिया।जिन लोगो ने ट्रेनिंग नही लिया उन का मासिक भत्ता बंद किया और उन से रोड पर झाड़ू लगवाता है।

हम को यह समझ मे नही आता है कि चीन यह क्यों बेवक़ूफ़ी करे गा जब की उस का 80% Silk Road मुस्लिम देशो से गुज़र रहा है और जो तरक़्क़ी और विश्व शक्ति बन्ने के लिए इतना संजीदा है कि Yellow river मे 5 Kms tunnel बना कर reversal system से पानी Beijing मे ला रहा है। वह मुस्लिम पर अत्याचार कर दूसरे देशो को अपने से दूर क्यों करे गा?

रूस के टूटने के बाद भारत मे 1990 से मुस्लिम को आतंकी बनाने की कुछ सरकारों ने बहुत कोशीश किया मगर मुस्लिम आतंकी नही बने। मगर 2014 से हर हफ़्ता सरकार और मिडिया, डॉ ज़ाकिर नायक, लिंचिंग, तीन तिलाक़, कशमीर, 370, NRC, आजान, तबलीगी जमात वग़ैरह करते रही के मुस्लिम आतंकी हो जाये मगर वह नही हुआ।

अब तो कोरोना बर्बाद अर्थव्यवस्था का पोल खोल कर सब के सामने रख दे गा। अब तो बराक, हाउडी, नमस्ते ट्र्म्प भी हम को भूल जाये गा और यही लोग अब भारत को दूसरा चीन नही बन्ने दे गें। अब तो मंचूरिया नस्ल और सल्तनते उसमानिया भी ऑंख देखाये गा।

Posted on Facebook on 21 April 2020