Post of 6th October 2023
अबू धाबी मे चार दिन (2-5 अक्टूबर) से चले Abu Dhabi International Petroleum Exhibition and Conference (ADIPEC) मे दुनिया के सभी तेल कम्पनी के CEO तथा मंत्री वग़ैरह मौजूद हैं। इस कान्फ्रेंस में दुनिया भर की 2,220 तेल कम्पनी तथा 160,000 लोगों ने भाग लिया है।
कान्फ्रेंस मे मलेशिया तेल कम्पनी Petronas के CEO मोहम्मद तौफ़ीक़ ने कहा कि “हम लोगों को खलनायक के रूप में देखा जाता है, मगर लोग अपनी गलती को स्वीकार नहीं करता है.” इस पर खूब ताली बजी।
भारत के तेल मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी इस कांग्रेस में भाग लिया और अपने ADIPEC के एक साक्षात्कार में कहा है कि “आप लोगों ने भारत मे 10 करोड़ (hundred million) लोगों को ग़रीबी में धकेल दिया, वह अब वह दोबारा लकड़ी का उपयोग करने लगे हैं”। पुरी साहेब ने कहा पहले हम लोग 27 देशों से तेल ख़रीदते थे मगर अब 39 देशों से तेल ख़रीदते हैं फिर भी बहुत महँगा है।
हम अक्सर लिखते हैं कि नरसिम्हा राव ने बाबरी मस्जिद को बम से उड़ा कर देश को बर्बाद कर दिया, आज तीस (30) साल बाद हरदीप सिंह पुरी ने मेरी बात की अबू धाबी मे पुष्टि कर दिया।
6 दिसंबर 1992 के बाद भारत को अरब देशों से subsidised दर पर तेल मिलना बंद हो गया और हम लोग Open बाज़ार से तेल ख़रीदने लगे। आज भारत के तेल का Indian Basket का दाम WTI, Brent, Dubai Crude से 8-4 डालर ज़्यादा है और यही हाल गैस के दाम का है, जबकि भारत ऐसे बड़े देश के लिए $65-70 तेल का दाम उचित है।
भारत के लोगों तथा सरकार को अटल बिहारी वाजपेयी का शुक्र अदा करना चाहिये कि जब वह 1977 मे विदेश मंत्री बने तो पूरे अरब दुनिया घूमे और वापसी पर भारत आकर हर राज्य मे Passport Office खोल दिया और केरल तथा दूसरे राज्य के लोग अरब देश जाकर काम करने लगे और देश को ‘विदेशी-मुद्रा’ आने लगा जिस से 1973 से बढ़े तेल का दाम भारत सरकार भुगतान करने लगी और आज भी रोज़गार दे कर राहत अरब देश ही दे रहे है।#जय_अल_हिन्द।
#Note: 1992 तक भारत हर क्षेत्र मे चीन से आगे था मगर नरसिम्हा राव की संघ की सरकार के बाद चीन हर क्षेत्र मे हम से 3 से 5 गुना आगे हो गया और अब तो मई 2020 के बाद विस्तारवादी भी हो गाय और हम से नाम-पता बदलना सिख कर हमारे राज्य का नाम-पता बदलने लगा।
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Some comments on the Post
Mohammed Seemab Zaman आज हम तीस (30) साल बाद बहुत खुश हैं कि हरदीप सिंह पुरी ने मेरी बात की अबू धाबी मे पुष्टि कर दिया। नरसिम्हा राव और संघ ने बाबरी दहशत फैला कर भारत को सौ साल पिछे धकेल दिया, वरना आज भारत चीन से भी बडा Super Power होता।
- Anwar Ali, Mohammed Seemab Zaman साहब, जन्मभूमि आंदोलन से पहले भारत व चीन की प्रति व्यक्ति आमदनी लगभग बराबर थी, हमारे नेता मंदिर बनाने लग गए और चीन विकास-पथ पर आगे बढ़ गया। हम अपने ही देश के नाम बदलते रहे और चीन पड़ोसी देश के नाम बदलने लगा।
- Mohammed Seemab Zaman, Anwar Ali साहेब, जब कल रात मे हम ने हरदीप सिंह पूरी की खबर पढा तो बहुत सकून मिला। हम जो लिखते आ रहे थे उस को बहुसंख्यक न कभी बोले न लिखा मगर पुरी साहेब चूकि सरदार है बोल दिया।जब इलाहाबाद का नाम बदला तो हम को बहुत ग़ुस्सा आया और देख लिजये चीन नाम-पता बदल दिया। अंग्रेजों ने भी राष्ट्रपति भवन बनाया तो मुग़ल गार्डेन नाम रखा था क्योकि सब फूल वही भारत ले कर आये थे, मगर इन लोगों ने नाम बदल दिया.
Jagdish Bhambhu, Mohammed Seemab Zaman पर हरदीप सिंह पूरी ये स्वीकार थोड़े ही करेंगे कि… संघ के कारण ऐसा हुआ
- Mohammed Seemab Zaman, Jagdish Bhambhu साहेब, यह सरदार जी हैं जो यह बात तीन साल बाद बोल दिया, वरना यह बात आज तक किसी बहुसंखयक समाज के पत्रकार, मंत्री या बूद्घिजीवि नही बोलें हैं कि तेल की मार से भारत मे गरीबी ख़त्म नही हुई। भारत को 1992 के पहले 10-15% discount पर तेल मिलता था दो बंद हो गया और भारत आज 39 देशो से तेल खरीद रहा है जबकि बग़ल मे मिडिल ईस्ट है।
Mohammad Waris अब करने के लिए केवल अफसोस ही है क्योंकि दुनिया इतनी तेजी से आगे निकल गई या निकल रही है के उस दुनिया की सोच को ही समझने में कई वर्ष लग जायेंगे! दुआ बस ये कीजिए के बेवकूफी में देश को उस ढलान पर ना ले आएं जहां से देश विपरीत दिशा में लुढ़कना शुरू हो जाए और हम अफ्रीकी देशों की श्रेणी में ना आ जाएं!
- Mohammed Seemab Zaman, Mohammad Waris साहेब, सबर किजये बहुत सुंदर भारत बने गा। आज बोल दिया न सरदार जी ने जो तीस साल से कोई बहुसंखयक नही बोला था। अभी तो तेल का खेल बहुत लम्बा चले गा जब तक कि फलस्तीन का मसला नही हल हो गा।
Qasim Chaudhary आपकी बात से हम सहमत हैं ओर लोगों को समझाते तो वो समझते भी हैं इसके अलावा हम उर्दू नाम वाले ओर कट्टर कांग्रेसी मुस्लिम को समझाते की बाबरी मस्जिद कांग्रेस ने शहीद किया तो वो ये बात नहीं मानते
- Mohammed Seemab Zaman अब तो मान लें दें। पुरी साहेब गलती कर गये यह बोल कर, अब तक तीस साल मे कोई नहीं बोला था। यह तो बोले हैं कि तीन साल मे तेल का दाम बढ़ा तो भारत मे 10 करोड़ लोग गरीब हो गये। पहले तो कांग्रेस के वक्त मे cylinder के लिए नरसिम्हा राव दिन भर लाईन लगवाते थे, वह याद दिला दिजये कांग्रेसियों को।यह सरकार डंका पिटती थी हम न घर घर cylinder दिया मगर तीन साल मे सब लकड़ी का चूल्हा जलाने लगे यह पुरी साहेब ने कह दिया दुनिया के सामने।
Mohammad Ishteyaqueमैंने अपने घर में जब उपर का एक्सटेंशन किया तो …. तो सीढ़ी घर के सटा कर एक आउटर बालकनी निकाला है….और सीढ़ी end के दाएं और बाएं स्पेस निकाल कर छत पर एक रूम बनाया है…. बा खुदा मेरे जेहन में यही बात जमी थी ….जब भारत में ऑयल और गैस क्राइसेस होगा और निश्चित ही होगा … तब ये काम आएगा । गांव में लगे हुए सैरात के बगीचे से लकड़ी लायेंगे ….लकड़ी और कोयले ही इमरजेंसी में काम आयेंगे । अब हरदीप पुरी ने मेरे आशंका को और गहरा कर दिया ….वाकई हिंदुस्तान में ये दिन आ गया है और आगे भी झेलना पड़ सकता है।
अकर्मण्य और visionless सरकार पर कतई भरोसा नहीं किया जा सकता.
Danish Qureshi आपको पड़ कर जाना है कि 1992 के बाद कि बर्बादी चली आ रही थी महँगा तेल मिलने की वजह से जो चीन का विकास हुआ वो हमारे यहां होना था मगर दंगा राजनीति की वजह से विकास नाराज हो गया उसका सब से बढे जिम्मेरदार नरसिम्हा राव ओर लाल कृष्ण आडवाणी रहे है
बाकी कसर रही सही वर्तमान की सरकार ने कर दी (वंस मोर अगेन शहजाद सलीम )
- Mohammed Seemab Zaman आप की बात 101% correct है।
Javid Ikbal Vajpayee ne Gujrat dango par karwahi na karke desh ka bahot bada nuksaan kiya. Warna aaj desh aise achut na hota ke koi hamare yaha investment na kare. BJP ki jatiwadi aur dharmik dwesh ki rajniti ne Bharat desh ko 25 saal ECONOMY me piche dhakel diya hai. Aur kutnity me bhi piche kar diya hai.
- Mohammed Seemab Zaman गुजरात मे 2003 से हर दो साल पर Vibrant Gujarat हो रहा है, मगर आज तक यह बैंगलूरू नही हो सका, शंघाई तो दूर की बात है। अब तो Vibrant Maharashtra, Bengal, UP, Bihar, Odissa… हो रहा है मगर कोई foreign investment नही आया।