Post of 9th February 2022

प्रधानमंत्री के न्यू वर्ल्ड ऑडर के ट्विट के नौ (9) दिन पहले Shambhu Kumar साहेब के एक सवाल के जवाब पर हम ने उन को कहा था: “देश तो रहे गा मगर #अछूत, जब तक के न्यू वर्ल्ड ऑडर सटेबलिश नही हो जाता है।इन्डिया मे सब लिडर कंफ्यूज़ड है और चुप है? किसी को समझ मे नही आ रहा है क्या करें?”

सौ साल की सोंच ने इस मूल्क मे बूद्धिजिवी या समाज के प्रबुद्ध वर्ग को बाबर के नाम पर भटका कर ख़त्म कर दिया गया ताकि नौजवान तबक़ा भगवा, गाय-गोबर, हेजाब, लव जेहाद मे भटक कर अपनी नस्ल को बर्बाद करे।

इसी बीच चीन आर्थिक और सैन्य तरक्की कर के न्यू वर्ल्ड ऑडर का विश्वगुरू हो गया।भारत की सौ साल की सोच को चीन ने नौर्थ इस्ट की पवित्र नदी बर्हमपुत्रा मे बहा दिया।

इसी कंफ्यूज़न मे लोग न्यू वर्ल्ड ऑडर को टर्निंग पवाईेट कह रहे हैं और संसद मे टुकड़े टुकड़े गैंग बोल कर अपने सौ साल की नाकामयाबी पर पर्दा डाल रहे हैं।

अभी इस देश में कोई ऐसा नेता नही है जो देश को बचा ले क्योकि ऐसा तंत्र देश पर तीस साल मे हावी हो गया है जो विवादों को पैदा कर अपने को सत्ता मे रखना चाहता है।आज भी इस तरह का तंत्र बहुत से अफ्रिका के देशो मे है मगर उस का पड़ोसी चीन नही है।भारत का पड़ोसी चीन है और वह न्यू वर्ल्ड ऑडर का लीडर हो गया।

भारत की अर्थव्यवस्था बहुत खराब है और कोई विदेशी कम्पनी या अरबी शेख भारत के इस विवादित समाज मे निवेश नही करे गा।अरबी शेख चीन, जापान, साऊथ कोरिया, मिस्र मे निवेश कर रहे हैं, इस माहौल मे भारत अगले 10 साल कोई नही आये गा।

मेरी एक अपील है, चुनाव के समय उत्तर भारत के लोग विवाद को हवा दे कर समाज को नही तोंडें।उत्तर भारत का पडोसी चीन है, देश 80% तेल और गैस विदेश से ख़रीदता है, देश की इंवेस्टमेंट रेटींग BBB (-) है, दुनिया मे तेल का दाम और ब्याज बढ रहा है।अभी बहुत बूरे दिन आने बाकी हैं।

Mohammed Seemab Zaman लिंक दिया है, खोल कर ज़रूर पढ़िये यह जापान के बूद्धिजिवी Mitsubishi company का लिखा लेख है। देखये 2022 मे GCC देशो के पास $22 billion पैसा बजट से ज्यादा आ गया। यह GCC के विदेश मंत्री अभी एक सप्ताह चीन मे थे और यह सब पैसा वहॉ निवेश होगा और पॉच साल के बाद दुगना कमा कर फिर लौटे गा।अगला दस साल मिडिल इस्ट का विकास हो गा जो छोटे आबादी वाले इन देशो के लिए अगले 30-40 साल के लिए काफी होगा।दुबई Expo-2021 ख़त्म होने पर दुबई दूसरा हॉंगकॉग और सिंगापुर हो गा। सारा विदेशी निवेश वहॉ जाये गा।

चौधरी सर सोचने वाली बात यह है कि इस आर्थिक मंदी में और कोविड महामारी के बाद जो दुर्गति हुई है सभी देश अपने देश की तरक्की के लिए जूझ रहे हैं एकमात्र भारत ही ऐसा देश है जो अभी भी इस्लामोफोबिया फैलाने में लगा हुआ है

  • Mohammed Seemab Zaman अपनी नाकामयाबी पर पर्दा डाला जा रहा है, जो भविष्य के नस्ल के लिए बहुत बूरा हो रहा है। इस चुनाव मे पार्टी को वोट नही दिजये उर्दु नाम वाले नेता को वोट दिजये। जितने दिजये शहजादा सलीम को ताकि यह लोग ही भूगतें।

Kamal Siddiqui बहुत ही अच्छा पोस्ट सरफ़िर ये वादा कर रहे हैं 60 लाख नौकरी देंगे।अखिलेश भईया 22 लाख लोगों को आईटी सेक्टर में नौकरी देंगे।

  • Mohammed Seemab Zaman, अखिलेश को एक और जन्म लेना हो गा तब 60 लाख नौकरी और 22 लाख आईटी सेक्टर मे जॉब दे गें।भारत की आईटी मे अब दूसरा TCS या Infosys नही पैदा होगा। जो हो गया वही रहे गा। बाईडेन $250 billion का Semiconductor और Chips manufacturing का बिल पास करा रहे हैं। अगर पास हो गया तो अब third world ख़त्म हो जाये गा IT Top position मे। यह सब अखिलेश को सलाहकार के समझ से बाहर होगा जो मेनिफेसटो मे डाला। पूछये पहले पॉच साल रहे तो क्या किया? दंगा कराते रह गये यह समाजवादी।

Syed Abid Naqvi सर जब पूरे देश में बवाल मचा हुआ है ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार का शिक्षा मंत्री हिजाब के ख़िलाफ़ क़ानून लाने की बात कर रहा है तो इस सरकार की नीयत को समझा जा सकता है कि उन्हें देश के तबाह होने की कोई चिंता नहीं है, न उन्हें आर्थिक बर्बादी की फ़िक्र है न दुनिय में अपनी साख़ के गिरने की चिंता, जैसी नियत वैसे फ़रिश्ते वाली बात है उनकी नियत में बर्बादी पसंद है तो उन्हें बर्बादी मिलेगी, मुझे ऐसा लग रहा है कि यह हिजाब वाला मामला बहुत तूल पकड़ेगा और दक्षिणपंथियों पर लगाम कसेगा कि जो तुम चाहो करो, जो तुम चाहो बोलो अब यह नहीं चलेगा.

  • Mohammed Seemab Zaman कल के वोटिंग के बाद यह मामाला संघीतकार खूद दबा दे गें। आप लोग please अच्छे उर्दु नाम वाले को वोट दिजये, मोलायम, मायावती को जितने के चक्कर मे नही पड़िये। मेरी बात को गौर से सोंचये। इस पोस्ट को दो तीन बार पढ़िये और लिंक पढ़िये, समझये अभी बहुत कुछ होना बाकी है। कब तक यह लोग अपने नाकामसयाबी पर पर्दा डाले गें?

Shambhu Kumar घरेलू बचत को नोट बंदी खा गईपीएसयू को बूथ मजबूत करने के चक्कर में कुपोषित कर दियासोशल हार्मोनी और 140 करोड़ की आबादी ही आर्यावर्त की पूंजी होगी ये बात लीडर्स को समझ नहीं आ रही हैहैरत की बात है साहेब