Post of 3rd May 2022

“प्रधानमंत्री तीन दिवसीय यूरोप के यात्रा पर हैं और कल जर्मनी के चांसलर शूल्ज़ के प्रेस कांफ्रेंस मे यूक्रेन-रूस यूद्ध पर कहा कि ” हमारा मानना है इस युद्ध मे कोई विजयी पार्टी नही होगी”

नीचे मेरा एक हफ्ता पूराना अंग्रेज़ी मे पोस्ट है जिस मे हम ने लिखा था “यह यूद्ध बाईडेन, पुटिन, ज़ेलेंसकी और यूरोप के लिए वाटरलु साबित होगा। इस मे सब हारें गें क्योकि इस लडाई मे #तेल/गैस एक हथियार है जो सब को हरा दे गा”

कल रूस के विदेश मंत्री लावरोव ने हिटलर के डीएनऐ की बात को जोड कर ज़ेलेंसकी का नाम ले लिया। इस पर कल इस्राईल के विदेश मंत्री ने तेलअबीब मे रूस के राजदूत को बोला कर भटकार लगाई, मगर वह रूस का कुछ नही बिगाड सकते हैं क्योकि सिरिया मे रूस मौजूद है।

लावरोव अभी दुनिया के सब से वरिष्ठ और कामयाब विदेश मंत्री माने जाते हैं और उन का हिटलर वाली बात कहना इस लडाई मे एक “नये अध्याय” को जन्म दे दिया जो द्वितीय यूद्घ के बाद बोलना यूरोप और दुनिया के कुछ मूल्क मे एक जुर्म के बराबर है।

मेरा मानना है अगर तुर्की के राष्ट्रपति अरदोगान रूस और यूक्रेन के बीच शांति समझौता कराने मे कामयाब नही हुऐ तो यह लडाई बाईडेन और इस्राईल के लिए बहुत ख़तरनाक हो जाये गा। इस यूद्ध से बहुत सी चौंकाने वाली बातें सामने आये गीं जिस को हम अभी लिखना नही चाहते हैं।

एशिया के सभी मूल्क खास कर मिडिल ईस्ट और चीन इस लडाई को चुप चाप देख रहे हैं। दो दिन पहले सऊदी अरब के एक बहुत महत्वपूर्ण व्यक्ति जो अमेरिका और रूस मे कामयाब राजदूत तुर्की बिन फैसल ने बाईडेन का नाम लेकर तंकीद किया है जो सऊदी अरब के लोग कभी नही करते थे।

भारत के लिए यह युद्ध ओबामा के 2015 भारत यात्रा और नमस्ते ट्रम्प के आपदा के बाद यह एक बडा निर्णायक आपदा साबित हो गा।

Let us keep our finger crossed, Jai al Hind.
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Mohammed Seemab Zaman मेरा मानना है इस युद्ध का अन्त सत्तर साल के यूरोपियन और अमेरिका के वर्चस्व को ख़त्म कर दे गा और इस्राईल का जो हौआ बना हुआ था वह ख़त्म हो जाये गा। भारत को इस आपदा का दूर दूर तक गुमान नही था मगर बूरी तरह से फँस गया, आगे गड़हा और पिछे खाई है।