Post of 15-01-2021
कोरोना वैकसीनेशन डराईव कल से शुरू: “लेकिन पैजामा दूसरे का है”
मेरे गॉंव के एक चौधरी साहेब की सच्ची कहानी है कि वह कपडा पहन्ने और दाढी-बाल के बहुत शौक़ीन थे। कोई काम नही करते थे दिन-रात दर्ज़ी के दूकान और नाई (हज्जाम) के यहॉ गुज़ारते या घूम घूम कर भाषण देते।
एक दिन चौधरी साहेब गॉंव मे भाषण देने के पहले नाई के दूकान मे चेहरा को साथ-सुथरा करने के बाद दूकान से उतरे तो नाली मे गिर गये जिस से उन का #पैजामा गंदा हो गया। नाई ने कहा पजामा उतार दिजये, मेरा घर नज़दीक है धूलवा देते हैं, जब तक आप मेरा पैजामा पहन कर गॉंव घूमये।
नाई भी चौधरी साहेब के साथ चला और मंच पर कहा “यह चौधरी साहेब हैं, बहुत जमीन है, गाय-भैंस का दूध बेचते हैं, कपडा अच्छा पहनते हैं “मगर यह पैजामा मेरा है”। दूसरे गॉंव मे भी नाई ने चौधरी साहेब की खूब तारीफ़ किया और अन्त मे कहा “यह मेरा पैजामा पहने हैं”। चौधरी साहेब बिगड़ गये यह क्या रट लगाये है “यह पैजामा मेरा है”।
फिर तीसरे गॉंव मे चौधरी साहेब की तारीफ़ किया मगर अन्त मे नाई ने कहा “पैजामा का कोई ज़िक्र नही”
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कल कोरोना खंडकाल के एक साल के बाद चौधरी साहेब का मंगल समय आया, जब वैकसीन डराईव इंगलैंड के AstraZeneca vaccine (पैजामा) और बायोटेक वैकसीन से शुरू करे गे और सुंदर भाषण देकर कहे गें कि यह “Made in India” वैकसीन है जिस को हम 180 देशो को दे गें।