कल रविश कुमार का NDTV पर प्राइम टाईम देखा जिस मे प्रिय मोदी जी ने “किसान बिल” पर बोलते हुऐ कहा कृषि क्षेत्र मे दुग्ध उत्पादक 8 लाख करोड का योगदान देते है जो 25% है क्योकि दुग्ध उत्पादक को “आज़ादी” मिली हुई है और “आज ऐसी ही आजादी किसानों को भी मिलनी चाहिये”

मोदी जी आज दुनिया मे सब से ज्यादा मवेशी (गाय, बैल, भैंस) भारत मे है मगर 130 करोड को दूध आज भी नही मिल रहा है और सब सरकारी या प्रावेट डेरी यूरोप, औसट्रेलिया या अमेरिका से दूध पाउडर, बटर आयल लाकर मिला कर दूध बेच रहे हैं।

मोदी जी आज जो जीडीपी का 8-10% पशु-धन दे रहा है वह पिछले सौ साल मे अंग्रेजों, पारसी और एक केरेला के क्रिस्चन वर्गिस कुरियन (Verges Kurian) की देन है। यह भारत मे डेरी की प्रगति या विकास कोई यदुवंशी समाज या पंजाबी के देन नही है।

मोदी जी आप के ही आनंद (गुजरात) मे 60 के दश्क मे वर्गिस कुरियन ने अमूल और एनडीडीबी खोल कर आज 8 लाख करोड का व्यवसाय बना दिया। आप ही के आनंद मे एक पारसी Pestonji E. Polson ने 1929 मे मक्खन बनाने का Model Dairy खोला था। अगर क्रिस्चन दुनिया 116 करोड का ख़ैरात Operation Flood-1 (1970-81) में नहीं देती तो आज यह बात आप नही कह पाते। फिर Operation Flood-II (1981-92) में आधा ख़ैरात दिया विदेशी सॉढ का Frozen Semen भी दिया।

मोदी जी जाकर मुस्लिम देश सऊदी अरब देखिये जहॉ रेगिस्तान मे दुनिया का सब से बडा Integrated Dairy Farm & Plant (Al Marai और Saudia) है।

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22 करोड के शासक शहज़ादा सलीम जोगी जो गौ माता के नाम पर युवा वाहनी को जमीन बॉट कर गौशाला खोल रहे हैं उन को पता ही नही है 50 साल मे विदेशी सॉढ के सिमेन (Semen) से हमारी सब गौ माता विदेशी नस्ल की हो गई और हम लोग सोनिया गॉधी को विदेशी कह रहे हैं। अब जो माता बची है वह सब दो लीटर दूध देने वाली पहाड़ी माता है।

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यूपी के शहज़ादा सलीम जोगी को पता ही नही है कि भारत की सब से बेहतरीन नस्ल Zebu Cattle (रेड सिंधी, साहिवाल, थरपारकर वगैरह) सब पाकिस्तान मे चला गया। यहॉ जो लाल गाये बडी नजर आती है यह सब वहीं का थी जो पंजाब और हरियाणा मे नजर आती है। वरना यहॉ तो वही पहाड़ी गाय दो लिटर दूध देने वाली थी।हॉ मूराह भैंस यूपी, बिहार, नेपाल मे था जो बेहतरीन नस्ल है मगर दस भैंस पोसये गा तो 40 लीटर ही दूध बेच पाईये गा। बच्चा सब मॉ के दूध पर नही पोसा जा सकता है उस को बाहर का दूध चाहिये ही या फिर चावल दाल। बेचारी गरीब मॉ बेटा-बेटी को कैसे पोसती है जा कर अभी भी देख लिजये।

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Pestonje Polson 1929 मे Polson Butter बना कर 1980 तक पूरे उत्तर भारत के Elite को मक्खन खेलाया। 1923 मे अंग्रेजों ने बैंगलोर मे Imperial Dairy Research Institute खोला जो आजादी के बाद नाम बदल कर National Dairy Research Institute (NDRI) हुआ जिस का एक Branch हरियाणा के करनाल में खूला जो विदेशी सॉढ Jersey और Holstein Friesian का सिमेन अंडा मे मिला कर पंजाब, हरियाणा मे गाये को विदेशी बनाया।

Samita Patil