Post of 17th January 2022

In 2021, India imported $100 billion of goods from China and America did $756 billions of trade with China.

आजादी के सत्तर साल बाद, बहुत अफसोस होता है यह पढ कर और जान कर की 370 हट गया और एयर इंडिया टाटा को दान हो गया और अमबेदकर के दलित तथा मंडल के बैकवर्ड आरक्षण का लाभ दलित/बैकवर्ड महिला को एयर होस्टेस बन्ने से वंचित कर दिया और चीन ने कशमीर मे शादी का मौका भी गलवान से छीन लिया।

अब सारा देश भक्ति का नारा ओबीसी/दलित/बंगाल के भद्र लोग लगाने भूल जायें गें क्योकि चीन मेरा नाम-पता बदल रहा है और 2021 मे $100 billion का दवा, मेडिकल उपकरण, दिवाली का झालर आदि भारत भेजा और हम लोग केवल $25 billion का सामान चीन को बेचा।

पैंडेमिक के पहले 2019 मे हम लोग ने चीन का तुषटिकरण कर $90 billion का ट्रेड किया था और 2021 मे $125 billion का किया। मनमोहन सिंह के समय (2013) मे $36-38 billion का टोटल ट्रेड था मगर हिन्दी बुद्धिजीवी और 400 हिन्दी टीवी चैनल मनमोहन सिंह पर “शक” करता था और गुजरात मॉडल की सरकार ओबामा के कहने पर बनवा दिया।

ट्रम्प चीन के खेलाफ बोल कर हम भारतीय कुऑ के मेढक का दिल जीत लिया और चीन से गलवान मे मई 2020 मे फँसवा कर चला गया।गलवान कॉड को इस साल मई मे दो साल हो जाये गा। वही अमेरिका चीन से 2021 मे $756 billion का ट्रेड कर रहा है। यूरोप $828 billion और ASEAN देश $878 billion का ट्रेड चीन से किया है। 2021 मे चीन ने पूरी दुनिया से $6 trillion का ट्रेड किया है।

पैंडेमिक के बाद जो अर्थव्यवस्था सुधरे गी उस को OPEC के तेल और गैस के बढते दाम ठोकर लगा दें गें क्योकि हम लोग 80% तेल अरब दुनिया से खरीदते हैं। चीन तथा तेल का आयात Current Account के गैप को बढा देगा। इंवेस्टमेंट रेटिंग तो BBB(-) है ही।

भारत के साथ जो हुआ वह सही हुआ वरना बहुत अफसोस रह जाता कि हम लोगो ने “शाखा की सरकार” नही बनाया वरना विश्वगुरू हो जाते।ओबामा का अरब स्प्रिंग के साथ भारत मे गुजरात मॉडल का selection भारत के बरबादी के लिए बहुत timely selection था।

अब जो भारत 2030 मे बने गा वह बहुत सुंदर भारत होगा।

https://www.thehindu.com/news/national/indias-trade-with-china-crosses-125-billion-imports-near-100-billion/article38272914.ece

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Some comments on the post

Mohammed Seemab Zaman जो हुआ वह सही हुआ। सब राष्ट्रवादी नेताओ का पोल खूल गया कि सब झूठा नारा है। सौ साल की सोंच पैदा कर न मंडल ही मिला और न कमंडल। पूरा बनारस और अयोध्या कोड़ा गया मगर न शिव जी या राम जी की प्राचीन या हजार साल पूरानी मूर्ती मिली न ही Public Sector बचा जो मंडल को नौकरी मिले। यह सब चालीस साल से बहुसंखयक के 60% दिल के अंधे होने के कारण हुआ।उर्दु नाम वालो के बारे में स्टीरियोटाइप प्रचार अभियान मीडिया ने चलाया कि कांगेर्स या समाजवादी मुस्लिम तुषटिकरण करते हैं, चार शादी करते हैं वगैरह वगैरह मगर उर्दु नाम वाले तमाम दंगा फ़साद या तकलीफों के बावजूद चुप रह कर बेहतरीन मिसाल कायम किया। अब इस मंडल-कमंडल का सबसे ज्यादा नोकसान भारत के बहुसंख्यक समाज और उत्तर भारत के लोगो को उठाना पडे गा।

Anish Akhtar शानदार…सारांश ये है कि अरब स्प्रिंग ओर गुजरात मॉडल एक ही सिक्के के दो पहलू है एक हार्ड दूसरा सॉफ्ट..बाकी बात 30 साल की है तो समझे कि हमारा तो खेल खत्म.

  • Mohammed Seemab Zaman, यह हम हमेशा लिखते हैं अरब स्प्रिंग और गुजरात मॉडल अोबामा का पैदा किया था। पेंटागोन किशोर अमेरिका से “फिल्म” लेकर 2011 मे गुजरात आये थे और अरब स्प्रिंग 2011 मे टूनिशिया मे शुरू हुआ। अगर अरब सप्रिंग चलता तो यह गुजरात मॉडल 2019 तक बहुत कामयाब होता। सौ साल की सोंच कामयाब हो जाती। मगर 2015 मे शाह सलमान बादशाह बने और ओबामा को खडा कर दिया जनवरी 2015 मे रेयाद मे वहॉ से सारी कहानी उलटी हो गई मगर मेरे यहॉ संतरा को ख़रबूज़ा नजर आया 2022 मे।

Ranjan Dixit Aashish Sir 2030 तक इन्ही को झेलना होगा क्या

  • Mohammed Seemab Zaman, आप क्या समझ रहे हैं कि तीस साल का ज़हर जो घोला गया है वह यूपी के चुनाव या 2024 के चुनाव मे ख़त्म हो जाये गा?देख नही रहे हैं यह राजभर, मौर्या, सैनी लोग पॉच साल से कैबिनेट मंत्री रहा मगर निकला तो मूँह से आग उगल रहा है। यह सब वही ज़हर है जो कभी उर्दु नाम के निकला तो कभी अपने ही ऊँची जात के खेलाफ निकला। मोलायम सिंह भगवा टोपी मे हर जगह नजर आते हैं, वह देखाते हैं कि हम भी भगवा हैं। कभी पहले चुनाव मे लाल टोपी इतना देखा है मोलायम सिंह को पहने। जरूरत है अभी शहजादा सलीम जोगी ही रहे ताकि यह ढोंगी समाजवादी या मायावती लोग ख़त्म हो जाये। फिर 2030 मे जो नेता नजर आये वह सही होगा।यही वजह है हम लिख रहे हैं उर्दु नाम वाले अपना नेता पैदा करो।

Mirza Saalim Baig सर जबतक यह गन्दगी खुद ही खत्म नही हो जाती हे तब तक कोई दुसरी सरकार नही आनी चाहिये….

  • Mohammed Seemab Zaman यही मेरा कहना है। इस को खुद इन लोगो को ख़त्म करने दिजये वरना आधा कच्चा आधा पक्का रह जाये गा जो बहुत ख़तरनाक हो गा देश के लिये। यह ज़हर पूरा पकना चाहि.

Syed Abid Naqvi सर अभी नाशपाती पकी नहीं है अभी मोदी को 2029 तक प्रधानमंत्री और बने रहना चाहिए जिससे भक्तजनों की सारी तमन्नाएं पूरी हो सकें और आने वाले हज़ार साल तक यह न कह सकें कि राष्ट्रवादियों की सरकार चली गई वरना पता नहीं क्या का क्या होता।।

  • Mohammed Seemab Zaman यही तो मेरी सोंच “वन्स मोर मोदी/ वन्स मोर शहजादा सलीम जोगी” का background है। इन्हीं को रहन दे ताकि यही भूगतें। फिर यह न कहे कि राष्ट्रवादी सरकार चली गई इस वजह कर हम विश्वगुरू नही बनें।पूरा बनारस और अयोध्या इस सरकार ने कोरडवा दिया मगर कुछ भी प्राचीन नही मिला। बस कोशिश किजये “वन्स मोर शहजादा सलीम… “

عبد الحسیب के शुरू में हम सऊदी अरब आए थे बहुत खुशी होता था देख कर के हर जगह ,मेड इन इंडिया, मेड इन इंडिया, दिखता था , चाहे वो बर्तन ( अलमुनियम , स्टील , लोहा , आदी ) हो कपड़ा हो , लेकिन अब बहुत दुख होता है उसकी जगह ,मेड इन बंगलादेश, देखने को मिलता है ,पूर्ण बहुमत वाली सरकार विकास के नाम पर आई थी लेकिन इन्होंने अर्थव्यवस्था को चौपट तो किया ही साथ मे भारत मे भाईचारा को भी खा गई.

Mohd Shaan

सितारों के आगे जहाँ और भी हैं
अभी इश्क़ के इम्तिहाँ और भी हैं।
तही ज़िन्दगी से नहीं ये फ़ज़ायें
यहाँ सैकड़ों कारवाँ और भी हैं।।”अल्लामा इक़बाल साहब”

Faiz Ali Sabzwari सर जब बहुसंख्यक वर्ग यह तय करले की अपने ही देश के एक अल्पसंख्यक वर्ग की बरबादी ही हमारा उद्देश्य है और इसके लिए वो नकारात्मक मतदान करे तो ऐसे देश का और क्या होगा।

Paramvir Singh Shivkaran Singh Grewal भाई जी, John Bikramjit भाई जी, इनको पढ़ो और फालो करो अगर मध्य पूर्व की सियासत एंव बदल रही नई दुनिया के बारे में ठोस जानकारी की चाहत रखते है।

Turab Qureshi बहुत शानदार पोस्ट सरअभी तक तो इनको 24 के बाद भी झेलना है.

Imran Khan आप की पोस्ट का बेसब्री से इंतजार रहता हैसर तीन के बाद पोस्ट किए आप ?