Post of 16th March 2022

भारतीय मिडिया दो दिन से खबर उडा रहा था कि हम लोग रूस का स्सता तेल खरीदे गें मगर यह नही बता रहा था कि रूस का रूबेल और भारत का रूपया अंतरराष्ट्रीय मुद्रा नही है।

1990 मे सोवियत संघ के टूटने के पहले हम लोग रूबेल-रूपया मे व्यापार करते थे। मगर सोवियत संघ के टूटने के बाद रूस जब बना तो येल्सटीन ने बाकी पैसा डॉलर मे भारत से मॉगा। झक मार कर नरसिमहा राव ने तकरीबन $2 billion डॉलर मे लौटाया। रिश्ता रूस-भारत का वहॉ से ही खराब हुआ।

दो दिन से बाजार मे यह खबर गर्म है कि चीन के राषट्रपति शी जिंपिंग मई मे शाह सलमान के दावत पर सऊदी अरब जा रहे हैं और उस मीटिंग मे फैसला हो गा कि सऊदी अरब चीन को यूआन मे तेल बेचे गा।सऊदी अरब अपने कुल तेल निर्यात का 25% तेल चीन को बेचता है।हम को नही लगता है कि ऐसा होगा मगर इस बदली वर्ल्ड ऑडर मे प्रिंस सलमान (MBS) कुछ भी निर्णय ले सकते हैं।

मगर चौंकाने वाली खबर उड रही है कि भारत अब रूस का तेल चीन के मुद्रा यूआन (Renminbi) मे ख़रीदने के योजना पर गौर कर रहा है क्योकि रूस पर प्रतिबंध अमेरिका/यूरोप लगा कर बैठा है।

गौर किजये गा जो पार्टी अखण्ड भारत का नारा लगाता था, जिस ने 1992 मे बाबरी कॉड किया और चीन को 320 km (हजारो वर्ग किलो मीटर) जमीन दान किया और उसी के सरकार मे 2020 मे चीन पुन: विस्तारवादी हो गया, वह सरकार चीन के मुद्रा से तेल ख़रीदने को सोंच रही है।

वन्दे भारत ट्रेन पर चढ़े और भारत माता की जय और बंदे मातरम का नारा लगाते रहें।
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Some comments on the Post

Parmod Pahwa सर 1993 मे दोबारा रुबल और रुपये का समझौता हो गया था जिसके साथ ही RCI रहे बना और भारत की शंघाई सहयोग सम्मेलन में एंट्री हुई।लेकिन दूसरी तरफ US और असली मालिक जॉन सन अलग तलवार लटका कर बैठे है, इस कायर लीडरशिप मे इतनी हिम्मत नही है कि सामना कर सके

  • Mohammed Seemab Zaman किस मूँह से यह लीडरशीप सामना करे गी? आज जॉनसन का झोली यूऐई और सऊदी अरब भर दे गा। वह तेल के बहाने से पैसा लेने गऐ हैं। खबर आने दिजये हम एक पोस्ट रात मे करें गें।

Swaleen Gehlot बेहतरीन लेख, वैसे सर् अगर तेल चीनी मुद्रा में खरीदा गया तो फिर देशभक्ति साबित करने के लिए किस देश का बहिष्कार करना पड़ेगाबाकि हम विश्वगुरु तो है ही है.

Dhananjay Yadav सर हमने तो एक-दो जगह पढा कि रुपये और रूबल में होगा।

  • Sahid Mallick, Dhananjay Yadav गोबर मीडिया में पढ़ें थे या विदेशी मीडिया में?

Anish Akhtar मतलब ब्लन्डर मिस्टेक नरसिम्हा राव के समय शुरू हुआ इर ये तो ब्लन्डर के बेताज बादशाह है.

  • Mohammed Seemab Zaman नरसिम्हा राव सब से बडे पापी थे। उन्होने चीन को सुपर पावर बनाया। डेढ स्याने थे।