Post of 9 June 2024

1455 साल पहले इस्लाम आया और दुनिया में मुस्लिम हुकूमत बन्ने लगी।स्पेन में सात सौ साल रही, वह ख़त्म हुई तो ओटोमन साम्राज्य तक़रीबन पॉच सौ साल 1923 तक रहा जो एशिया, यूरोप, अफ़्रीका मे हुकूमत किया।ओटोमन साम्राज्य की तरह दुनिया के इतिहास मे आज तक किसी क़ौम या घर्म ने दुनिया के एतने बड़े भू-भाग पर हुकूमत नहीं किया।

मगर पिछले शताब्दी की तीन महत्वपूर्ण घटनाओं ने फिर सौ साल बाद एशिया मे बदलाव लाया।पहला भारत द्वारा 1971 में “बांग्लादेश” बनाना, दूसरा 1973 का “योम किपुर” जंग और तीसरा 1979 मे सोवियत संघ का “अफ़ग़ानिस्तान” को क़ब्ज़ा करना।

1973 के अरब-इसराइल जंग के दौरान पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री भुट्टो के कहने पर सऊदी अरब के शाह फ़ैसल ने पश्चिमी देशों का तेल बंद कर दिया और तेल का दाम दुनिया मे 365 गुना बढ़ गया।यूरोप और अमेरिका 15 साल पिछे हो गये और 1876/1923 के बाद की दुनिया बदलने लगी।

तेल के बढ़े दाम ने भारत की अर्थव्यवस्था को बहुत चोट पहुँचाया जो जयप्रकाश आंदोलन का कारण बना।अरब दुनिया ने तेल के पैसा से 1979 से सोवियत संध की अफ़ग़ानिस्तान मे घेरा बंदी कर 1989 मे सोवियत संघ को तोड़ दिया और सेंट्रल एशिया के सभी मुस्लिम देश 50 साल बाद रूस के आतंक से आज़ाद हो गये।

1990s के दशक से ग्लोबलाइज़ेशन का दौर शुरू हुआ और एशिया में तरक़्क़ी शुरू हुई। ग्लोबलाइज़ेशन से चीन, साउथ कोरिया, मलेशिया, इंडोनेशिया, मिडिल ईस्ट, सेंट्रल एशिया के देश ने बहुत विकास किया। तीस साल मे ग्लोबलाइज़ेशन के कारण चीन सब से ज़्यादा चौंकाने वाला विकास कर आर्थिक और सैन्य शक्ति बन कर उभर गया और मिडिल ईस्ट तेल तथा गैस के दौलत से मालामाल हो कर “जियोएक्नौमिक्स” का केन्द्र बन गया।

ग्लोबलाइज़ेशन से भारत में भी विकास हुआ और 2015 तक Extreme Poverty कम हुई (नीचे ग्राफ़ देखे)। मगर भारत मे मस्जिद-मंदिर राजनीति शुरू हुई और मुस्लिम समाज के खिलाफ ज़हर घोल कर पिछले दस साल से संघ की सरकार रही और बेरोज़गारी और ग़रीबी बढ़ी।आज पाँच साल से 80 करोड़ ग़रीब जनता सरकार के $27 billion के योजना से 5 किलो फ्री अनाज पर आश्रित है।

पिछले पाँच साल मे कोरोना, रूस-यूक्रेन जंग और अमेरीका-फ़लस्तीन मार-काट ने ग्लोबलाइज़ेशन को धीमा कर दुनिया के विकास को रोक दिया, जिस का प्रभाव भारत की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा।

आठ महीना से चल रहे अमेरिका-फलस्तीन मार-काट अब यूरोपीय देशों के लिए रूस-यूक्रेन जंग से बड़ा चिंता का विषय हो गया है क्योंकि मिडिल ईस्ट, तुर्की, सेन्ट्रल एशिया के देश चीन से अपने संबंध घनिष्ठ कर रहे हैं।

#नोट: उम्मीद है कि 2024 मे संघ अपनी सौ साल की सोंच को बदले गा और अब बीजेपी की गठबंधन की 3.0 सरकार अपने गृह और विदेश नीति में बड़ा बदलाव लाये गी। सरकार 3.0 हिन्दु-मुस्लिम के राजनीति से ऊपर उठ कर देशहित को सर्वप्रमुख मान कर कार्य करें गी वरना देश का भविष्य बहुत उज्जवल नहीं होगा क्योंकि डेढ़ सौ साल बाद (1876) दुनिया बदल गई है। जय हिन्द।
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https://www.youtube.com/watch?v=rMU3J_8fvec