Post of 4 December 2022
2015 के बाद भारत की अर्थव्यवस्था लगातार गिरती रही है क्योकि 27 सरकारी बैंक को लूट लूट कर चुनाव लडा गया और चुनावी हिन्दु पैदा किया जाता रहा।
2015 के बाद 14 सरकारी बैंक ख़त्म हो गया और कहा गया कि 6 बैंक मे विलय कर दिया गया। उदाहरण के तौर पर Allahabad Bank, Andhra Bank, Corporation Bank, Dena Bank, Oriental Bank of Commerce, Syndicate Bank, United Bank, Vijaya Bank, Bank of Hyderabad, Bikaner and Jaipur Bank, Bank of Mysore, Bank of Patiala, Bank of Travancore, Bhartiya Mahila Bank आदि इत्यादि सब लुप्त प्राणी हो गया। LIC बिक रहा है, IDBI बिके गा……..
नीचे दि इकोनॉमिस्ट, लंदन इस हफ्ता का ग्राफ देखें, बैंक डूबता गया और 2018 से भारत की जीडीपी (GDP) तेज़ी से गिरती रही मगर हम चुनाव लडते रहे और जीतते रहे।इसी बीच कोरोना आ गया पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था खराब हुई, भारत की भी हुई।मगर कोरोना के बाद केवल तीन महीना जीडीपी बढ़ा फिर गिरना शुरू हुआ क्योकि आठ साल मे कोई बडी योजना या फैक्ट्री भारत मे नही लगी।
चीन कोरोना को अगले साल तक अपने यहॉ जिन्दा रखे गा ताकि दुनिया मे logistics problems (सामान ढोलाई मे बाधा) हो और यूरोप तथा भारत की अर्थव्यवस्था पर बूरा असर पडे।चीन ने कोरोना के नाम पर अगले साल Asian Football Cup करने से इंकार कर दिया जो अब क़तर मे होगा।दस दिन के प्रोटेस्ट के बाद आज चीन ने Zero Covid policy को ख़त्म किया है और अब लौक डाऊन नही होगा।
रूस-यूक्रेन की लडाई ख़त्म होने के आसार नजर नही आ रहा है, इस वजह कर तेल और गैस के बढे दाम कम नहीं होगा और दुनिया की जीडीपी नही बढे गी।
#नोट: खैर जो हुआ वह सही हुआ वरना यह अफसोस रह जाता संघ की सरकार नही बनी वरना हम लोग “विश्वगुरू” हो जाते।अब सब सरकारी बैंक ख़त्म हो गया और विकास पैदा नही हुआ तो संघ ने पिछले हफ्ता विश्वगुरू का नारा बंद कर दिया और अब #जगतगुरू बनने का नया नारा दे दिया।