Post of 3rd January 2023

The Hindu अब लिख रहा है कि 2022 भारत और दुनिया के लिए “सब से अहम साल” (momentous year) रहा।इस साल का यह टेकटोनिक बदलाव (tectonic shift), एशिया की शताब्दी बन कर उभरा है, मगर क्या यह भारत के लिए अच्छा है?

हिन्दु के लेखक जैकब लिखते हैं कि अमेरिका का एशिया से निकासी (Fall of Kabul), चीन का आक्रामक उदय और यूक्रेन लडाई ने अमेरिका के सुपर पावर को खत्म कर दिया।अब नये पावर रूस तथा चीन क्षेत्री पावर ईरान, सऊदी अरब और तुर्की के साथ मिल कर चल रहे हैं।आखीर मे लेखक लिखते हैं कि इस मे कोई शक नही है कि यह एशियन शताब्दी चीन की होगी जो भारत के हित मे अच्छा नही होगा।

कल BBC हिन्दी मे रजनीश कुमार लिखते हैं कि साल 2022 के मई में बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैग़ंबर मोहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी की जिस को लेकर इस्लामिक देशों से तीखी प्रतिक्रिया आने लगी।इसी समय भारत के उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू क़तर के दौरे पर गए तो क़तर ने ग़ुस्से में नायडू के साथ होने वाला राजकीय भोज रद्द कर दिया।कई लोग मानते हैं कि इससे भारत की प्रतिष्ठा को धक्का लगा।

लीबिया और जॉर्डन में भारत के राजदूत रहे अनिल त्रिगुणायत कहते हैं, ”भारत का अरब वर्ल्ड से रिश्ता ऐतिहासिक रहा है और इस्लामिक विरासत हमारी साझी संस्कृति का हिस्सा है, इसका इस्तेमाल अरब देशों से दोस्ती मज़बूत करने में करना चाहिए।” वह कहते हैं कि खाड़ी के देशों में क़रीब 90 लाख भारतीय काम करते हैं।अपनी मेहनत और ईमानदारी से कामकर भारत को 65% रेमिटेंस भेजते हैं जो भारत की GDP का 3% है।त्रिगुणायत कहते हैं कि “हमारी घरेलू राजनीति में इसका ख़्याल रखना चाहिए कि कुछ ऐसा ना हो जिससे इनकी मेहनत पर पानी फिर जाए।“

सऊदी अरब मे रहे भारत के राजदूत तलमीज़ अहमद को लगता है कि भारत को देश के भीतर कुछ संवेदनशील चीज़ों का ख़्याल रखना चाहिए।वह कहते हैं, ”भारत में कई ऐसे मौक़े देखने को मिले हैं जब मुस्लिम समुदाय का उत्पीड़न धर्म के नाम पर हुआ और इस्लामिक विरासत को मिटाने की कोशिश की गई।” लेकिन जब बात “पैग़ंबर मोहम्मद की आएगी तो अरब के देश इस पर चुप नहीं रहेंगे। मैंने विदेशों में कई लोगों को यह कहते सुना है कि अब बहुत हो गया।”

#नोट: तलमीज़ अहमद कहते हैं कि “आप घर में एक ख़ास समुदाय को निशाने पर लेंगे और विदेशों में नैतिकता की ऊंची बातें करेंगे तो यह लंबे समय तक नहीं चलेगा.”

https://www.bbc.com/hindi/international-64143156?fbclid=IwAR3s4eFuBgD8OzxPooYkTzqpCnPcr1dty_zCahPXYTUD4Thb0AVkcAQVjgs
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Some comments on the Post

Mohammed Seemab Zaman हम चार साल से लिख रहे हैं, यह एशियन शताब्दी है, चीन महा शक्ति हो गया मगर हम लोगो के यहॉ विश्वगुरू का झूठा सपना देखाया जाता रहा। जब चीन गलवान और अरूनाचल मे विस्तारवादी हो गया तो अब दस साल बाद हिन्दु और बीबीसी शुरू किया लिखना।मेरा तो कहना है कि 2024 मे कोई दूसरा भारत का प्रधानमंत्री बनना नही चाहे गा क्योकि जो बने गा वह भारत की क्षवी बनाने मे ही पॉच साल काट दे गा।

Mohd Chaudhary इनको राष्ट्र से कुछ लेना देना नही । विश्व में सबसे ज्यादा सेलफिश कौम यही चितपावनी और उनके गुर्गे रहे है । अगर इन्हे राष्ट्र और समाज की पड़ी होती तो यह इतना जहर न फैलाते । और न ही आज भी जैनों बौद्धों को समूल नाश करने वाले परशुराम का भरे मंचो से जयकारा करते ।
सोचना मुस्लिमो को है जिन्होंने इस देश के अस्तित्व को बनाया ,बढ़ाया और विश्व में स्थापित किया । अगर इन्हे अकल आ जाए तो दुबारा बनाने के लिए मदद की जाए वर्ना जो यह चाहते है उसी लाइन पर चलते हुए खुद को सीमित रूप से ही सही मजबूत किया जा ए। आज देख रहा हूं पूरा दलित समाज सावित्री बाई के जन्म दिन को मना रहा है । प्रचार कर रहा जो अच्छा भी है पर उनकी कोशिश यही है की इनके साथ फातिमा शेख और उस्मान शेख का नाम न जुड़ने पाए ? इतना फ्रास्ट्रेसन सोचिए उन जाहिलो में है जिनको इंसान मनवाने में और सत्ता तक पहुंचने में मुस्लिमो का भरपूर योगदान रहा है तो दूसरे जाहिलो की बात ही क्या ।

  • Mohammed Seemab Zaman देख रहे हैं न रजनीश कुमार लिख रहे हैं की खाडी देशो से भारत को 3% GDP आता है, बाकि, मलेशिया, इंडोनेशिया, बंगलादेश, मिस्र से 1.5% GDP remittance के शकल मे आ रहा है और Abha Shukla लिखती हैं कि मुस्लिम अपनी “अकिदत” मज़बूत करे को सामाजिक न्याय मिले गा। आज भी मुस्लिम ही देश चला रहा है।

Kamil Khan सर आप ने जिस तरह दुनिया और भारत की सच्चाई से हम लोगों को अपडेट किया उसका असर ये है के अब हम अगर किसी जगह कुछ लिखते हैं तो भक्त मंडली खामोश रहती है, मेरे हिसाब से ये हम लोगों की जीत की एक अलामत है, क्योंकि अब से कुछ साल पहले हम लोग जैसे ही कहीं कुछ लिखते थे तो बीजेपी का आईटी सेल झुंड बना कर हमलावर हो जाता था और माँ बहन की गालियों से कम बात नहीं करता था, मगर अब हालात पहले जैसे नहीं हैं, और खास तोर पर नूपुर शर्मा वाले मामले के बाद से संघियों की नानी मरी हुई है

  • Mohammed Seemab Zaman, Kamil Khan साहेब, बहुत बहुत शुक्रिया मेरे अपडेट से आप लोग सच्चाई वक्त से पहले जान गये। अल्लाह का शुक्र है मेरी मेहनत बरबाद नही गई। नूपुर शर्मा तो भारत को ले डूबी, अभी तो बहुत कुछ होना बाकी है। सबरन जमील।

Kamal Siddiqui बेहतरीन पोस्ट सर, सच है ये दौर एशिया का होगा. शाहीन बाग प्रोटेस्ट ने इनके लिए ताबूत में कील ठोकना शुरू किया आखरी कील नूपुर शर्मा का बयान देना है।अब बोनस में हल्द्वानी का मामला है। मै बस इतना जानता हूं कि दिया बुझने से पहले फड़फड़ाता है।

  • Mohammed Seemab Zaman, Kamal Siddiqui साहेब, देख रहे हैं, तुष्टीकरण शुरू हो गया। शाहीन बाग़ तो इन के दंगा करा कर जीडीपी जलाने के आंतरिक मामाला का पोल खोल कर दुनिया के सामने रख दिया। वह तो सौ साल की सोंच पर पानी फेर दिया। दूसरा सूर्या तेजस्वी और नूपुर शर्मा के ब्यान ने यह शताब्दी को बरबाद कर दिया।

Javed Hasan

“ग़ैरत फ़क़र कर न सकी इस को क़बूल
जब कहा उस ने यह है मेरी खोदाई की ज़कात”

इस पोस्ट और आर्टिकल में लिखी बाते हम वर्षो से जानते है आपके द्वारा अब ये सब पुरानी बाते लगती है

Arif Kamal, आपने जो जो एनालाइज किया सब अब दिख रहा है।आपकी खूबी ये है की आपका एनालिसिस कोई पेशेनगोई नही होता जैसा की बाकी के कई लोग दावा करते है।आप एक दम साइंटिफिक तरीके से एनालाइज करते हैं और सही करते हैं।आपकी वजह से मेरी लाइफ में तो बहुत बड़ा बदलाव आया है।अब मैं भी आपकी ही तरह सोचने लगा हु।फालतू की बहस से बचो अपने काम को बखूबी करो और बदलाव लोगो की सोच में खुद आने लगेगा।बदलने को बोलना बचकाना तरीका लगने लगा है अब आपको पढ़ने के बाद।

Jamshed Jamshed, ऐसा लग रहा है जैसे इन प्लेटफॉर्म्स ने आपकी चार पाँच साल की पोस्ट ही यहाँ पेस्ट कर दीं… सलामत रहिए Mohammed Seemab Zaman भाईजान…

  • Mohammed Seemab Zaman शुक्रिया। देख रहे हैं, अब सब बोलने लगे। जब हम लिखते थे तो लोग शेयर तो दूर की बात Like तक करने मे डरता था। मेरे टाईमलाईन पर BBC का एक वीडियो पोस्ट किया है Iqbal Khan साहेब ने सूनये गा। सुब्रमण्यम स्वामी “साहेब, बीवी, गुलाम” कह रहे हैं जब के बहुत पहले हम “सैयद साहेब, शेख और पठान” पोस्ट कर चूके हैं। मेरा पोस्ट नड्डा के मज़ार पर चादर डालने पर पढिये गा और आखिर मे इकबाल का शेर याद कर लिजये गा।

Pervez Ahmed Malik जनाब ये लोग अभी भी बदलने सुधरने को तैयार नही है. उत्तर प्रदेश सहारनपुर से बसपा के सांसद मीट कारोबारी हाजी फजलुर्रहमान के यहां इनकम टैक्स की रेड पड़ी हुई हैं कल से अभी तक चालू हैं सी आर पी एफ फ़ोर्स के साथ

May be an image of 3 people and text that says "0കു THEHINDU.COM India's dilemmas in an Asian century For status quoist India, the rise of the Asian century might turn O..."