Post of 4th May 2022

आज भारतीय रिज़र्व बैंक ने ब्याज दर 0.4 बढा कर 4.4% कर दिया और उस की वजह जिवपौलिटिकल संकट बताया है।

हम ने ओबामा के 26 जनवरी 2015 मे गणतंत्र दिवस पर भारत दौरा को ही देश के लिए सब से बडा आपदा और दुर्भाग्य बताया था। उस के बाद भारत की अर्थव्यवस्था मे कोई विदेशी निवेश नही हुआ मगर सरकार उत्तर भारत और सिलिकौन सीटी बैंगलोर मे अल्पसंख्यक के खेलाफ हंगामा और ट्र्म्प के सामने दिल्ली दंगा कर राष्ट्रवाद का ढोंग रचती रही।

सात साल मे हम ने सारा पोस्ट भारत के आंतरिक हिन्दुत्वा को देख कर विदेश मे उस पर होने वाले असर को रख कर लिखा कि दो पुश्त इस को भूगते गा और सौ साल वालों के विश्वगुरू का सपना सपना ही रह जाये गा। अब RBI इस को मानने लगा और रिपोर्ट मे कहा 2035 तक अर्थव्यवस्था सुधरे गी।

आज RBI गवर्नर ने सरकार के सारी नाकामी का ठिकरा जिवपौलिटिक्स पर फोड कर फिर हम लोगो को गुमराह कर दिया।दंगा, लींचींग, राम और रामनवमी का दंगा करा कर हर पर्व तेहवार मे अल्पसंख्यक के खेलाफ माहौल बना कर GDP जलाना देश बरबाद किया।आज 24 दिन बाद मध्य प्रदेश के खरगौन मे दंगा के बाद कर्फ़्यू ख़त्म हुआ और ईद मे जोधपुर मे दंगा करा दिया। क्या दुनिया यह सब नही देख रही थी या है। देश को अल्पसंख्यक के खेलाफ सम्प्रदायिक माहौल ने बरबाद किया।

अब तो ओबामा, तीन तिलाक़, नोटबंदी, एनआरसी, कोरोना, से बडा आपदा यूक्रेन की लडाई #तेल/गैस/कोयला संकट पैदा करे गा क्योकि तेल उत्पादक देश चालीस साल के अमेरिका-रूस-यूरोप के #साजिशी दिमाग़ के मार काट के हिसाब का बदला इसी से लें गें, जिस मे भारत बूरी तरह फँस जाये गा।

भारत के राष्ट्रवाद और हिन्दुत्वा के कारण कोई भी तेल उत्पादक देश या रूस भी भारत से सहानुभूति नही करे गा।चीन का सिमा विवाद भी अभी बडा आपदा है, हम लोगो के अंधे दिल को खुद self-correction करना होगा फिर सुंदर भारत बने गा।

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