Post of 29th January 2021
बेहरीन, यूएई और सूडान ने ट्रम्प प्रशासन के अंतिम घंटों में इजरायली दूतावास खोला क्योकि वह जानते थे बाईडेन हंगरी के यहूदी मॉ-बाप की औलाद ब्लिंकेन को अमरीका के विदेश मंत्री बना रहे हैं।
दुनिया बदल गई है और अरब देशो को मध्य पूर्व मे अमेरिकी के दोहरे मापदंड को समझना मुश्किल नही है।बाईडेन और ब्लिंकेन को मध्य पूर्व के देश तेल और गैस के कीमत के साथ खेल खेल कर कंट्रोल करे गे।अब मिडिल इस्ट और दुनिया मे अमेरिका की साख ख़त्म है और चीन उस से बडा खेलाडी हो गया है।
दि एकौनोमिस्ट, लंदन की आज की खबर है कि रूस और चीन ने सऊदी अरब को 19 nuclear reactors दे दिया है। चीन सऊदी अरब मे uranium process करने का प्लांट लगा चूका है और ballistic missile technology दे चूका है। शाह सलमान ने कुछ दिन पहले अरदोगान को फोन कर दिया है और अब अरदोगान कुछ नही बोलें गे।
पुटिन और अरदोगान ने आईजरबाईजान मे ईरान को किनारे लगा दिया और फ्रांस जिस ने ईरान को नूकूलियर प्लांट दिया वह और ब्लिंकेन अब ईरान को JCPOA के समझौता compliance करने को कह रहा है।मतलब चार साल बाद ईरान फिर अकेला रह गया।
आज हार मान कर ईरान के विदेशमंत्री ज़रीफ इसतांबूल पहुँच गये और पॉच देशो के ब्लाक बनाने की बात कर रहे हैं और तुर्की से मज़बूत रिश्ता बनाने की बात कर रहे हैं। अरदोगान नही भूलें गे कि सिरिया मे ईरान शांति समझौता और संविधान बना कर अमन बहाल करने मे जनवरी 2019 से ईरान बहुत बडा रोड़ा रहा है।