FB Post of 16 April 2021
दुनिया की सब से प्राचीन सभ्यता मेसोपोटामिया-सिरिया और मिस्र की रही है। सिरिया मे 40 सभ्यता बसती और बहतीं हैं।मिस्र की सभ्यता की हर चीज़ आज तक फेरऔन की ममी और सैकडो भगवान-देवी के रूप मे नज़र आता है।मिस्रीयों की क्रिसचेनेटी के 4000 और इस्लाम के 4500 साल पहले तक की Genetic traits (गोत्र) आज भी वही है।
आज सात हजार (7000) साल बाद भी मिस्रीऔं का DNA characteristics 77.3% प्राचीन मिस्रवासियो के तरह है जबकि वहॉ विदेशी आक्रमण बहुत हुआ जो हाल मे भी 20वी सदी तक अंग्रेजों द्वारा हुआ। केवल 13% वहॉ विदेशी ख़ून है जैसे: यहूदी प्रवासी (4%), पूरबी अफ्रिकन (3%), एशियन मायनर यानी तुर्क, इराक़ी (3%), दक्षिण यूरोप (3%) है।
कहा जा रहा है कि DNA बैंक मिस्री सभ्यता की वजह कर बहुत महत्वपूर्ण हो गया है क्यकि वहॉ जो भी फिरऔनिक ममी और जानवर, कुत्ता, चूहा आदि इत्यादि मिला है सब का CT Scan और DNA टेस्ट मिस्र सरकार के पुरातत्व विभाग ने कर के रख लिया है।
हिन्दुत्वादी चितपावनी लोगो से अनुरोध है कि अपना DNA टेस्ट मिस्रवासियों की तरह करा स्वयं को स्थापित करें।DNA टेस्ट से यह भी भेद खुले गा कौन सूरजवंशी है, कौन बसुधैव हैं और कौन कुटुम्बकम है?
अगर चितपावनी का डीएनऐ मिस्रीयों से मिला तो हिन्दुत्वा और आरक्षण की समस्या अपने आप निपट जाये गी।भारत के सभी लोग शांतिपूर्वक जिवन गुज़ारे गें।
#नोट: नीचे ग्राफ मे एक अंतराष्ट्रीय पेपर के मिस्री शोध को देखें और भारत मे शोध कर स्वयं को स्थापित करें।