13 August 2024
हाल के महीनों में तीन अंतरराष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग कंपनियाँ, Standard and Poor’s (S&P), Moody’s और Fitch ने इसराइल की क्रेडिट रेटिंग घटा दी है और भविष्य के लिए नकारात्मक पूर्वानुमान पेश किया है, जिसका मतलब है कि रेटिंग में और गिरावट का खतरा है।इसराइल पहले से ही युद्ध के खर्च के भुगतान करने के लिए वित्तीय बाजारों में उच्च दरों पर ऋण लेकर रेटिंग में कटौती की कीमत चुका रहा है।
फ़िच रेटिंग्स (Fitch Ratings) ने बदले जियोपोलिटिक्स और अमेरिका के सैन्य अभियान के कई मोर्चा पर मिडिल ईस्ट में असफल होते देख कर यह युद्ध 2025 तक जारी रहने के संभावना को बताते हुए इसराइल में निवेश रेटिंग की कटौती कर A+ से A Negative Outlook कर दिया है।
अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली ने मिडिल ईस्ट में तनाव को बढ़ता देख कर एक साझा बयान जारी किया है और ईरान को इसराइल के खिलाफ सैन्य हमले की अपनी मौजूदा धमकियों को वापस लेने का आह्वान किया है क्योंकि ईरानी जवाबी कार्रवाई मिडिल ईस्ट के युद्ध को लम्बा कर देगा जिस से यूरोप की अर्थव्यवस्था और ख़राब हो जाये गी।
ग़ौर करने की बात यह है कि 11 महीना से चल रहे इसराइल-प्रतिरोधी ताक़तों के मार-काट से किसी मुस्लिम मुल्क मे इंडोनेशिया से लेकर मोरक्को तक कोई ऐहतजाज या दंगा फ़साद नहीं हुआ। किसी भी अरब या मुस्लिम देशों का GDP नहीं जला और न ही अर्थव्यवस्था ख़राब हुई बल्कि शांतिपूर्ण ऐहतजाज यूरोप और अमेरिका में हुआ और वहॉ भी एकाएक मुस्लिम समुदाय ने प्रदर्शन बंद कर दिया।
पीएलओ (PLO) के फ़तह ग्रुप के प्रमुख महमूद अब्बास ने कहा है कि “हम शरीयत पर चलते हैं, फ़ातेह हों या शहीद हों।” पश्चिमी देशो को भी यह ऐहसास हो गया है कि प्रतिरोधी ताक़तों के बुद्धिजीवी चाहते हैं कि यह लड़ाई फैले और लम्बी चले ताकि दुनिया ख़ास कर पश्चिमी देशों मे ट्रेड तथा तेल-गैस के आपूर्ति में बाधा बना रहे और दुनिया की अर्थव्यवस्था ख़राब होती रहे और अमेरिका के खिलाफ यूरोप और एशिया मे आवाज़ उठे।
2020-21 मे कोरोना महामारी के कारण दुनिया में हर देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद हुई मगर यूरोप और अमेरिका की अर्थव्यवस्थाएँ ज़्यादा ख़राब हो गई। 2022 के बाद तेल और गैस के धनी मुल्कों ने पश्चिमी देश ख़ास कर यूरोप में निवेश करना बंद कर दिया है क्योंकि रूस-यूक्रेन लड़ाई ने यूरोप मे तीसरे विश्वयुद्ध का ख़तरा पैदा कर दिया हैं। पश्चिमी मीडिया भी अब यह लिखने लगा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाईडेन तीसरी विश्वयुद्ध की ओर दुनिया को लेजा रहे हैं, यही कारण है कि यूरोपियन देशों के राष्ट्राध्यक्ष पहली बार साझा ब्यान जारी कर रहे हैं और शांति का नारा लगा रहा है।
#नोट: इसराइल दुनिया मे बढ़े ब्याज दर पर बॉड (Bond) जारी कर बाज़ार से क़र्ज़ लेने में असमर्थ हो रहा है क्योंकि रेटिंग Negative Outlook के कारण यूरोपियन बैंक जैसे Barclays वग़ैरह बॉड ख़रीदने से किनारा कर रहे हैं। दुआ किजये के जोसफ़ बाईडेन और उन के सलाहकार तीसरा विश्वयुद्ध शुरू करने के षड्यंत्र मे असफल हों जायें और दुनिया में शांति हो।