Post of 21 January 2023

कल NATO तथा 50 देशो के रक्षा विशेषज्ञ/स्पेशेलिस्ट ने जर्मनी के Ramstein (रामस्टीन) अमेरिकन एयर बेस मे यूक्रेन को लडाई का सामान देने के लिए एक बैठक मे भाग लिया।

कल के बैठक मे अमेरिकन जेनरल मार्क मिल्ली ने कहा कि “इस साल रूस को यूक्रेन से निकालना बहुत कठिन है।”

पिछले साल के अंत मे लंदन की एकोनौमिस्ट पत्रिका ने रूस-यूक्रेन लडाई ख़त्म होनी की संभावना पर एक सर्वे किया था, जिस मे 55% लोगो ने कहा था अक्टूबर 2024 मे समझौता होनी की संभावना है।केवल 2%-19% लोगो ने 2023 मे किसी समझौता की बात कही थी।

जानते हैं क्यो अक्टूबर 2024 के बाद लोगो को समझौता की उमीद है, क्योंकि 3 नवंबर 2024 को अमेरिका मे नये राष्ट्रपति का चुनाव हो जाये गा।यूरोप के लोग जानते हैं कि जब तक बाईडेन-ब्लिंकन की जोड़ी सत्ता मे रहेगी तब तक यह लडाई बंद नही होगी।चालीस साल से बाईडेन दुनिया मे लडाई के पक्षधर रहे हैं, यह आदमी जब तक राष्ट्रपति रहे गा तब तक लडाई ख़त्म होने की उमीद नही है।

रूस-यूक्रेन लडाई यूरोप की अर्थव्यवस्था को दो साल मे बहुत कमज़ोर कर दे गी, क्योकि मीडिल ईस्ट अब लडाई के कारण यूरोप मे निवेश नही करे गा।अब सऊदी अरब, यूऐई तथा कोवैत अफ्रिका, सेंट्रल एशिया, चीन और साऊथ कोरिया मे अधिक निवेश करें गें।

#नोट: अमेरिका और यूरोप को इतिहास याद रखना होगा कि यूक्रेन के लोग अफ़ग़ानी नही हैं जो लड कर रूस को तोड दें गें ब्लकि इस लडाई से अमेरिका-इस्राईल की दुनिया छोटी हो जाये गी।
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Some comments on the Post

Mohammed Seemab Zaman, इस लड़ाई में दोनो तरफ के लोग बहुत मर रहे हैं। अगर यह लडाई दो साल और चली तो चीन बहुत शक्तिशाली देश बन कर उभर जाये गा और अमेरिका-इस्राईल की दुनिया बहुत छोटी हो जाये गी।

Kamil Khan, कोई भी हो हद से ज़्यादा ज़ुल्म कभी अच्छा नहीं होता यूरोप अमेरिका पिछले तीस चालीस साल मे बहुत ज़ुल्म किये हैं इंसानियत और लोकतंत्र के नाम पर, ये जंग दर असल अल्लाह की लाठी है, अब यूरोप अमेरिका इसरइल के बुरे दिन शुरू होंगे