भारतीय मुस्लिम के लिये आपदा ही अवसर हो गया। सात महीना से चीन गलवान मे है मगर आज तक मोदी जी ने चीन का नाम नही लिया। मगर सात महीना बाद ईद का मुबारकबाद दे दिया। कभी टोपी पहन्ने से इंकार किया था मगर अब चीन और कोरोना ने मोदी जी को “ईद” बोलने पर मजबूर कर दिया मगर इस से उन की देश या विदेश मे छवी नही बदले गी।

आज जापान के नये प्रधानमंत्री सूगा का पहला विदेशी यात्रा वायटनाम और इंडोनेशिया इस कोरोना महामारी मे हुआ। इंडोनेशिया में चीन और सिंगापुर के बाद जापान तीसरा बडा निवेशक (investor) है।सूगा इंडोनेशिया मे जापान को दूसरा बडा निवेशक बनाना चाहते हैं।

आज सूगा ने इंडोनेशिया को कोरोना के वैकसीन और दवा बनाने के लिये कम दर पर $473 million (50 billion Yen) कर्ज दिया है।इंडोनेशिया ने साफ लवज़ो मे कह दिया वह इंडो पैसिफ़िक क्षेत्र मे अमन और शांति चाहता है और चीन से दोस्ती को खराब करना नही चाहता है। अगले महीना ASEAN देशो के मिटिंग मे भी यही फैसला लिया जाये गा। ______________________________________

MODI AND RSS THINK TANK ARE CLUELESS AND PUZZLED IN FACING XI JINPING

मोदी ने पिछले छह वर्षों में 18 बार चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की और पांच बार चीन का दौरा किया था।मोदी जी और संघ के बूद्धिजिवी को दृढ़ विश्वास था कि शी के साथ मोदी समीकरण गलवान संकट को समाप्त कर देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और न होगा क्योकि चीन को कूटनीतिक रूप से टक्कर देने में मोदी पूरी दुनियाँ मे विफल रहे हैं खास कर मुस्लिम दुनिया मे विफलता बहुत ही भयावह रही है।

अगले साल कोरोना ख़त्म भी हो जाता है तो भारत मे आपदा ख़त्म होने वाला नही है। बैंक दिवालिया हो चूका है, अर्थव्यवस्था ख़त्म हो गया है, सरकार के नेतृत्व की साख विदेश में शून्य हो गई है और अमेरिका का चुनाव चीन-रूस के नेतृत्व का कुछ नही बिगाड़ सकता है।

हमारे आपस का सौहार्द और मोहब्बत ही हमें आत्मनिर्भर बना सकता है और बचा सकता है।

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