18-12-2020 Post on FB

है राम के वजूद पे हिन्दुस्तान को नाज़

अहले नजर समझते इस को ईमामे हिन्द (मोहम्मद इकबाल)

यूपी के मुख्यमंत्री जोगी आदित्यनाथ जो 22 करोड आबादी के शासक हैं और जिन का सालाना बजट $25 बिलियन है ,वह कहते हैं राम मंदिर बन्ने के कारण चिढ़ कर किसान आंदोलन हो रहा है।

जोगी जी राम मंदिर के 2.5 ऐकड जमीन के चक्कर में 1986 मे ताला खूला और मूर्ती बैठी और शाह बानो तिलाक़ को मुद्दा बना कर अरूनाचल मे चीन ने जमीन कब्जा (Sumdorong Chu) किया मगर आप लोग मंदिर के नाम पर देश के साथ बन्दे मातरम और शाह बानो तिलाक़ को मुद्दा बना कर फ़्लर्ट करते रहे।

और जब अदवाणी ने रथ निकाल कर 6 दिसंबर 1992 मे बाबरी शहीद किया तो नरसिमहा राव ने डर से अगस्त 1993 मे 19,000 वर्ग किलो मीटर को चीन जा कर LAC मान लिया। #लिंक पढ़िये कौमेंट मे विदेशमंत्री जय शंकर साहेब का “सूमडोरोंग चू” पर गोल गोल साक्षात्कार जो आठ साल बाद नरसिमहा राव ने किया।

जोगी जी याद है न आजादी के बाद राम जी का हंगामा शुरू हुआ और कशमीर का Aksai Chin आज चीन के कब्जा मे है जो 1948 मे पाकिस्तान ने कब्जा किया था।

जोगी जी यह पोस्ट हम नही करते अगर NDTV की खबर नही देखते क्योकि इक़बाल ने #राम पर एक #नज़म लिख कर ईमामे हिन्द कहा है। जोगी जी राम मंदिर देश के लिये शुभ साबित नही हो रहा है।

अभी कोर्ट का “ज्जमेंट” हुआ तो चीन फिर गलवान मे कब्जा कर लिया। राम मंदिर का शिलान्यास हुआ तो 130 करोड के जेनरल नरावने को चीन के लिये तावीज़ लाने बाबर (अरब देश) के पास 70 साल मे पहली बार भेजना पडा।

ज़रा सँभल कर बोलये जोगी जी हम को बहुत डर है यह शुभ साबित नही हो रहा है। (#Please उर्दू नाम वाले कोई उलट पलट कौमेंट नही किजये गा)