आज CNN मे एक खबर छपी है कि भारत और चीन पुल बनाकर मालदीप जिस की आबादी पॉच लाख है और 1200 आयलैंड है को अपना बनाने की कोशीश कर रहे हैं। (लिंक कौमेंट मे)

2018 मे चीन ने $200 million मे वेलाना (Velana) हवाई अड्डा से मालदीप की राजधानी माले को पुल बना कर जोड दिया।यह देख कर बीजेपी के मोदी सरकार की निंद टूटी के चीन तो अरब और हिन्द महासागर मे अपनी पैठ बना लिया, हम तो गाय-गोबर, क़ब्रिस्तान, सर्जिकल स्ट्राइक्स ही करते रहे।

जब मोदी जी जागे तो यह जाकर $500 million का Thilafushi से Male ब्रिज बनाने लगें (नीचे तसवीर देखे)। हम यहॉ लोग को बताते चलें 2011 तक मालदीप मे चीन का दूतावास नही था और हमारा रिश्ता इतना पूराना है कि 30 साल पहले हमारे कोई प्रघानमंत्री माले (Male) जाने वाले थे तो हम लोगो ने राष्ट्रपति मामून अब्दुल कय्यूम को क़ालीन और खाने का क़ीमती बर्तन दिया था जिस मे हमारे प्रघानमंत्री ने खाना खाया।

मोदी जी के संसदीय क्षेत्र बनारस की आबादी 10 लाख है जहॉ जापान के प्रघानमंत्री शिंज़ो अबे ने आरती किया, फ्रांस के राष्ट्रपति मैकरौन ने गंगा मे दिया जलाया मगर आज तक न गंगा साफ हुआ न बनारस क्योटो बना मगर पॉच साल मे मालदीप मे $3 billion निवेश हो गया।

2014 मे चीन के राष्ट्रपति वहॉ गये और आज वहॉ पर्यटक के लिये 7000 महगॉ विला है। जो माले के लोग केरल और श्रीलंका के बाजार से कपडा खरिदने जाते थे, आज मालदीप मे एक दिन के मकान का केराया रू० 40,000 है।

दो साल पहले सऊदी अरब के बादशाह शाह सलमान जापान, मलेशिया, इंडोनेशिया गये थे और रिफायनरी ख़रीदा। वापसी मे मालदीप जाकर एक आयलैंड ख़रीदने वाले थे। मगर वह नही गये क्योकि सौदा नही हुआ। कहा जाता है चीन ने मालदीप के समुन्दर मे तेल और गैस देखा है।

नोट: संघ और मोदी जी “मुस्लिमस आर अैसेट इन इन्डिया नौट दि लाईबिलिटी”