Post of 24 July 2022

क़ज़ाखस्तान के राषट्रपति क़ासीम टोकाऐव सऊदी अरब के दो दिन के दौरा पर हैं।वह सऊदी अरब के प्रिंस सलमान से मिले और सऊदी निवेशक/इन्वेस्टर को कज़ाखिस्तान मे energy, space, recycling, food and agriculture and construction में इन्वेस्टमेंट करने को कहा।

क़ासीम ने प्रिंस को कहा कि आप सऊदी अरब में न्यूक्लीयर पावर प्लांट लगा रहे है और क़ज़ाखस्तान के पास यूरेनियम बहुत है, सऊदी कम्पनी हमारे uranium field मे joint exploration करें।

क़ासीम ने सऊदी के green hydrogen technology के विशेषज्ञता की तारीफ़ किया और SABIC कम्पनी को अपने यहॉ ग्रीन हाईड्रोजन के उत्पादन के लिए बोलाया।

क़ज़ाखस्तान ने सऊदी के साथ अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी मे साथ काम करने की इच्छा ज़ाहिर किया। सोवियत संघ का आंतरिक्ष केन्द्र Baikonur में था जो अब क़ज़ाखस्तान का हो गया है और रूस अब अपना मौस्को मे नया बना रहा है।

क़ज़ाखस्तान की आबादी तक़रीबन दो करोड है और जनसंख्या घनत्व केवल 7 व्यक्ति /sq.km है और तेल, गैस, यूरेनियम बहुत है।इस साल जनवरी बाईडेन-बलिंकन ने साजिश कर वहॉ सरकार बदलने की ख़ूनी खेला था जिस को रूस ने नाकामयाब कर दिया।

राष्ट्रपति क़ासीम ने पिछले महीना रेफरेंडम कर तीस साल पूराना देश का संविधान बदल दिया।संविधान मे बहुत सुधार हुआ।एक महत्वपूर्ण सुधार यह हुआ कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री का कोई रिशतेदार सरकारी या मेलेट्री के उच्च पद पर अब नही रहे गा।

#नोट: महामारी दुनिया बदलती है।मेरा दो साल पूराना Covid-19 के बाद के बदली दुनिया पर चार पोस्ट किया था जिस में क़ज़ाखस्तान पर भी पोस्ट था।

https://www.arabnews.com/node/2128441/business-economy
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Some comments on the Post

Majid Ali Khan इसलामी वैल्यूज की हालत कैसी है कजाखस्तान में

  • Mohammed Seemab Zaman मेरी एक colleague थी कजाक लडकी। उस का नाम था “दिनार”। थी तो मुस्लिम मगर कभी नेमाज़ पढते नही देखा, लेकिन ठीक-ठाक कपडा पहनती थी। उज़बेक, किरगीज़ को नेमाज़ पढते देखा है और मेरे पिछे भी अकसर पढते थे।
  • Mirza Saalim Baig, Mohammed Seemab Zaman कज़ाक और ऊज़ेब मे तब्लिग का काम अच्छा चल रहा हे.

Sirajuddin Zainul सरजी, सैय्यद शेख पठान शेख का क्या होगा कुछ समझ नही आ रहा.

  • Mohammed Seemab Zaman सैय्यद साहेब का भी वही DNA है जो शेख का है, इस वजह कर दोनो भटकते रहें गें। पठान पर सितंबर के बाद नज़र रखिये गा।

Md Arshad Hussain Us waqt apne ye v kha tha musalman ko padhne ki zarurat in sari country me kaam milega aur central asia khub tarakki karenge ye v kaha tha .

  • Mohammed Seemab Zaman पढने की कहानी कुछ दिन पहले एक आदमी ने हम को बताई कि उन के रिश्तेदार का बच्चा JNU मे linguistic तीन साल का कोर्स कर रहा था जहॉ वह तुर्की ज़बान पढ रहा है। पिछले साल आज़रबाइजान के राजदूत वहॉ गये और लड़कों से मिले, बात किया और सूनते हैं सब को कहा के कोर्स ख़त्म कर लो सब को हम आज़रबाइजान मे नौकरी दे दें गे। वहॉ भी लोग तुर्कि और अंग्रेजी बोलते हैं।

Dr-Asif Masood माशाल्लाह बहुत ही अच्छी पोस्ट ,हमें मुस्लिम दुनिया की मालूमात आप से मिलती है बहुत बहुत शुक्रिया।

Kamil Khan सर कुछ बहुत अच्छे लड़के जो आप की बहुत इज़्ज़त करते हैं और इधर उधर से आप की पोस्ट ढूंढ कर पढ़ते हैं क्योंकि आप ने किसी वजह से कभी उनको ब्लाक कर दिया था.
दर असल पहले जब आप गल्फ के मुल्कों के बढ़ते कद के बारे में लिखते थे तो बहुत से लोगों को यकीन नहीं होता था क्योंकि भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया ने हमेशा अरब मुल्कों की छवि एक अमीर बिगड़े नवाबों वाली बना रखी थी जिस वजह से लोग आप की बातों पर यकीन नहीं कर पाते थे और उलजलूल सवाल आप से करने लगते थे.
सर आप आप एक यूनिवर्सिटी हैं हम आम लोगों के लिए , अगर आप उन लड़कों को अनब्लॉक कर देंगे तो वो भी आप के इल्म से फायदा उठा सकेंगे

  • Mohammed Seemab Zaman, Kamil Khan साहेब, हम ने अपने बारे मे कभी कुछ नही लिखा, कौन हैं, क्या हैं? मेरे प्रोफ़ाइल पर मैट्रिक लिखा हुआ है। मगर मेरा पोस्ट पढ कर पढे लिखे लोग मेरे बारे मे समझ जाते हैं। यह लडके लोग नही समझे थे, यह खास बिमारी है हम उर्दु नाम वालों की। वह कभी गलत लव्ज इस्तमाल कर देते थे। इस उमर मे हम से यह सब बरदाश्त नही होता है। आप ने देखा होगा हम न किसी से बहस करते हैं और न चाहते हैं कोई मेरे पोस्ट पर आपस मे बहस करे। जो सही सवाल करता है, उस को हम जवाब ज़रूर देते हैं।खैर छोडये इन बातों को और उन लड़कों का नाम ID के साथ हम को मेसेज मे भेज दिजये हम उन को unblock कर दें गें।

Misbah Siddiki जज़ाक अल्लाह ख़ैर.
इस बदलती दुनिया की क़दम क़दम पे रंग बदलती सियासत और उसके समीकरणों के बारे में आपसे बहुत कुछ सीखने समझने और उसे देखने के नए नज़रिए मयस्सर होते रहते हैं।
वैसे नाचीज़ ने कुछ दिन पहले ही इज़हार राय किया था कि मोमेंटम सेंट्रल एशिया को शिफ्ट कर गया है। हम साउथ एशिया के बड़े मुल्क होने के बावजूद बहुत ख़सारे में रहे।

  • Mohammed Seemab Zaman शुक्रिया जनाब। सही कहा सेंट्रल एशिया को मोमेंटम शिफ्ट कर गया है मगर इन लोगो के पास आबादी नही है, यही बहुत बडा प्रोब्लम है। देख नही रहे हैं, आज़रबाइजान ने काराबाख एलाक़ा 30 साल बाद हासिल करना शुरू कर दिया। यह जो जनवरी मे बाईडेन ने क़ज़ाखस्तान को disturb करना चाहा वह अच्छा हुआ, अब क़ासीम बहुत strong हो गये।हम तो दो पुश्त खसारे मे चले गये, बदलती दुनिया को समझा ही नही।

Shehaab Zafer Indeed you were absolutely right sir its a new world order after the pandemic and its an eye opener for many of us that how fast is everything changing which is beyond our imagination.

Adil Khurshid बेहतरीन जानकारी सर, बहुत शुक्रिया आपका.

Shakib Khansaab शुक्रिया सर.

Asif Khan सर कज़ाकिस्तान मे भारतीय एयर बेस है।। वो रहेगा या इस पर कोई प्रभाव पड़ेगा।