Post of 17 May 2023
“हम घूमते रहते हैं जहां में तिरी रोशनी लिए हुए
ऐ जम्हूरियत-ए-हिन्द तूने ये मौक़ा गंवा दिया” (Islam Hussain)
रूस के पुटिन 2003 मे Organisation of Islamic Cooperation (OIC) की मीटिंग में पहली बार बुलाये गये क्योंकि उन के मुल्क में मुस्लिम आबादी 10% से ज़्यादा है जो Volga क्षेत्र तथा Black Sea and Caspian Sea के बीच ज़मीन में रहते है।
2005 मे OIC में रूस को Observer Status मिला और तब से रूस मीडिल ईस्ट और अफ़्रीका के मुस्लिम देश में अपनी पहचान बनाने लगा।Tatarstan के मुस्लिम नेता को OIC में भेजना शुरू किया और कज़ान शहर मे 2009 मे रूस और मुस्लिम देशों के लोगों क बोला कर एक सम्मेलन किया जो अब हर साल होता है।
*कल कज़ान में दो दिन का सम्मेलन हुआ और रूस ने बहुत सारी योजना पर मुस्लिम देशो मे Private और Public निवेश की बात हुई।
*दो दिन से चीन के शियान (Xian) शहर मे रूस से आज़ाद पाँच सेंट्रल एशिया के देशों के साथ चीन के राष्ट्रपति शी जिंपिनग “China-Central Asia Summit” में मुस्लिम देशों में बेल्ट और रोड (BRI) द्वारा विकास और आपसी संबंध को बेहतर बनाने की योजना पर बात कर रहे हैं।
रूस और चीन सौ साल बाद बदली दुनिया मे मुस्लिम दुनिया से दोस्ती को ज़रूरी समझते हुए सम्मेलन कर रहे हैं ताकि New World Order Geometry में रूस-चीन अलग थलग न हो जाये।
इंदिरा गांधी ने OIC की सदस्यता लेने से इंकार किया और जब दोबारा लेना चाहा तो भुट्टो ने नहीं लेने दिया।आज एक बड़ी मुस्लिम आबादी दुनिया में भारत में रहती हैं मगर एक भी मुस्लिम सांसद या मंत्री सरकार में नहीं है मगर संघ और सरकार विश्वगुरू होने का ख़्वाब हम लोगों को दिखाती है।
*ज़फ़रयाब जिलानी साहेब, जिन्होंने बाबरी मस्जिद का केस लड़ा था आज उन के वफात पर इस्लाम हुसैन साहेब ने मेरे पोस्ट पर एक शेर लिखा जिस ने हम को इस पोस्ट लिखने पर मजबूर किया।
बहुत अफ़सोस होता है कि जम्हूरियत-ए-हिन्द (Political System) और Judicial System ने भारत के साख को एक बहुत बड़ा ज़ख़्म दे दिया, जिस को अब भरने में कई पुश्त लगे गा।
#नोट: नीचे कज़ान (Tatarstan) शहर के मस्जिद की तस्वीर है।