Post of 2 September 2022
विंध्याचल पहाड के नीचे की रहने वाली ललिता जी को दश्को से कुटिल चरित्र के लिए याद किया जाता है।दर्शक कहते हैं, ललिता जी ने जहॉ भी काम किया, विनाश सुनिशचित किया।
यह ऐसा किरदार है जो Hollywood के चक्कर मे Bollywood को सौ साल के लिए तबाह कर दिया।अगला 25-30 साल दुनिया मे बौलीवूड का अब कोई साथी नही होगा।
अब ललिता जी के तरह किरदार भारत के इतिहास मे सौ-दो सौ साल पैदा नही होगा क्योकि यह किरदार बौलीवूड को चीनीवूड से बचाने के लिए अपने किरदार मे बदलाव नही लाया।
“मोग़ल-ए-आज़म” के निर्माता को खुश होना चाहिये कि इस किरदार का कभी साथ नही दिया।भारतीय इतिहासकार या ललिता जी को यह पता चल गया कि बिना मोग़ल-ए-आज़म के कोई भारतीय फिल्म भारत या विश्व मे सफल नही होती है और भविष्य मे भी सफल नही होगी।
काश! ललिता जी ने कुछ अच्छे किरदार निभाए होते तो इतिहास में कलंकित होने से बची रहतीं, मगर अब कुछ नही हो सकता है।
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Some comments on the Post
Parmod Pahwa सर अल्लाह सबसे बड़ा कारसाज है मगर इंशाअल्लाह अगले कुछ महीनो ( ज़्यादा से ज़्यादा छह ) के बाद हम आपके नाम से नजूमी इल्म का इदारा शुरू करने लायक़ हो जाएँगे
- Mohammed Seemab Zaman, Parmod Pahwa साहेब, आप भी उस इदारा के एक सदस्य हैं।