Post of 13 July 2024
عمرِ دراز مانگ کہ لاۓ تھے چار دن
دو آرزو میں کٹ گئے، دو انتظار میں
NATO Summit के दिन प्रधानमंत्री ने रूस और आस्ट्रिया की यात्रा कर बिल्कुल सही किया। पश्चिमी देश ख़ास कर अमेरिका को संघ की सरकार ने सही जवाब दिया है।
संघ की सरकार का यह 11वॉ साल है।पिछले दस साल से हम लोग ओबामा-ट्रम्प-बाईडेन-मैकरोन-मेलोनी से गले मिलते रहे मगर किसी ने हम को कुछ नहीं दिया और न हम से कुछ लिया।
दस साल मे संघ की सरकार को अमेरिका ने न F-16 दिया, न Patriot Anti-Missile दिया और न कोई अमेरिकन कम्पनी चीन से भारत आई। केवल संघीतकारो से QUAD का हंगामा करवाता रहा और हम लोग आनंदमय और गौरवान्वित होते रहे कि पश्चिमी देश चीन को तबाह कर दे गा और हम को दूसरा चीन बना दे गें।
तीन साल पहले, ट्रम्प और बाईडेन ने AUKUS Nuclear Submarine में भारत को पार्टनर नहीं बनाया बल्कि इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के साथ जापान को पार्टनर बना दिया।
*इस हफ़्ता अमेरिका में जो NATO Summit हुआ उस मे 32 सदस्या के अलावा जापान-साउथ कोरिया-ऑस्ट्रेलिया-न्यूज़ीलैंड, Indo-Pacific partners (IP4) के चारों राष्ट्राध्यक्षों को भी आमंत्रित किया मगर भारत को छोड़ दिया।
*हमारे दस साल की पश्चिमी देशों, ख़ास कर अमेरिका के खुशामद के बावजूद भारत को नेटों समिट में नहीं बुला कर अमेरिका ने संघ और संघ की सरकार को बहुत बड़ा धोखा दिया। संघ के अमेरिका प्रेम और दोस्ती का बहुत बुरा नतीजा निकला।
*अब मेरा कहना है कि प्रधानमंत्री ने बहुत सही किया कि नेटों समिट के दिन रूस की यात्रा किया और राष्ट्रपति पुटिन से इस्लामी तरीक़े से एक बार नहीं कई बार गले मिले। पश्चिमी देशों ख़ास कर अमेरिका को इस की बहुत मिर्ची लगी मगर हम प्रधानमंत्री के साहसी कदम का स्वागत करते हैं।
*और प्रधानमंत्री रूस दौरा के बाद यूरोप के देश ऑस्ट्रिया चले गये क्योंकि ऑस्ट्रिया नेटों का सदस्य नहीं है, उस के राष्ट्राध्यक्ष ऑस्ट्रिया में मौजूद थे और उन्होने प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया।
*अन्त में संघ और संघ की सरकार को बहादुर शाह ज़फ़र का एक शेर नज़र करते है:
“उम्रे दराज़ माँग के लाये थे चार दिन
दो आरज़ू में कट गये, दो इंतेज़ार में”
#नोट: नीचे 11 July 2024 की तस्वीर देखये जिस में जापान, न्यूज़ीलैंड, साउथ कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष अमेरिका के NATO Summit में भाग ले रहे हैं।
कॉमेंट में मेरा आज ही के दिन तीन साल पूराना “ओबामा” पर पोस्ट है जिस मे हम ने रईसी का भी ज़िक्र किया था कि यह झक मार कर सऊदी अरब से दोस्ती करे गें।