FB Post of 23 April 2021

यह वही फ्रांस का राषट्रपति मैकरौन है जो चार्ली हेबडू के कार्टून को बोलने की आजादी से जोड़ता था और पिछले साल इस्लाम मे बदलाव की बात कर रहा था।

आज जब अफ्रिका से फ्रांस का पैर तुर्की और रूस ने उखाड़ दिया तो मैकरौन 1.6 करोड आबादी वाले मूल्क चाड मे कल शाम से जाकर इद्रीस देबी का पोरसा कर रहा है और आज शुक्रवार को जनाज़ा मे शरीक खडे हैं।

सबर करो भारत के मुस्लिम समाज! आप बहुसंख्यक समाज के कुछ सम्प्रदायिक संगठन या बूद्धिजिवीयो द्वारा या आज के सरकारी तंत्र द्वारा आप को कशमीर का गद्दार, देशद्रोही, आतंकी, अनपढ़, हिंसक, गौमांस भक्षी, चार औरत को निकाह वाला धर्म, तीन तलाक़ देने वाले, मुल्ला, खत्ना गोत्र आदि इत्यादि कहने वाले भी बहुत जल्द फ्रांस के राषट्रपति मैकरोन के तरह ह्रदय परिवर्तन करे गें।

देश बहुत बडी महामारी और आर्थिक बरबादी से गुजर रहा है।यह पैंडोमिक हर मजहब और धर्म के लोगो के चैन और सकून को ख़त्म कर दिया है।आप अपना फ़र्ज़ पूरी शिद्दत से निभाये और सब का ख़्याल रखिये।वह हमारी नियत और क़ुरबानी को भी समझेगें।

हम-आप अपना अख़लाक़ दुर्सत रखें, जो हो गया सो हो गया।इस बदली दुनिया मे बरबाद भारत को बचाने के लिये अब बहुसंख्यक समाज के “साज़िशी दिमाग़” को लंम्बी लडाई लड़नी है।

(निचे एक तस्वीर है कि जर्मनी से ओक्सीजन प्लांट हवाई जहाज़ से भारत आ रहा है जिस मूल्क को आजादी के बाद पंडित नेहरू और इंदिरा गॉधी ने पब्लिक सेक्टर का जाल बिछा कर industrial revolution कर #आत्मनिर्भर बनाया था)

Macron laying flowers on Idriss Deby Coffin