Post of 17 March 2022

मैडम सोनिया गॉधी साहेबा आप ने जितना नज़दीक से सत्ता, खुशी या ग़म देखा है शायद ही कोई सयासतदान ने भारत मे देखा हो।आप देश की एक क़िमती सरमाया हैं और आप ही सौ साल के बाद बदली दुनिया से भारत को बचा सकती हैं।अभी देश के किसी पार्टी मे कोई नेता नही है जो 2015 के बाद बदली दुनिया को समझ सके।

सोनिया गॉधी आप पलिज़ इन G23 को कांग्रेस से बाहर निकाल फेंकिये और एक नया जवान लड़कों/लडकी की कांग्रेस बना कर देश को बचाईये।यह 23 नेता सब समझ रहे हैं कि दुनिया अभी भी 1990s के दशक का है और यह उसी दशक की सयासत कर रहे हैं क्योकि यह भी बीजेपी/संघ के नेताओं की तरह दुनिया को 1990s की दुनिया समझ रहे हैं।

इन बूढ़े कांग्रेसी लोगो को पता नही है कि दुनिया बदल गई है और कल एक 1990 का सयासतदान क्रिमनल बाईडेन ने दूसरे नेता पुटिन को “वार क्रिमिनल” कहा है क्योकि शी जिंपिंग, अरदोगान, शाह सलमान ने 2015 के बाद सौ साल की दुनिया की सयासत को बदल दिया है।अब नया वर्ल्ड ऑडर मे भारत कहीं पर दूर दूर खडा नही है।भारत 130 करोड की आबादी है जिस का पडोसी चीन आर्थिक और सैन्य शक्ति है।

यह G23 के नेताओं मे कोई नौर्थ ईस्ट का पी ऐ सैंगमॉ नही है, या शरद पवार की तरह तेज़ या तारीक़ अनवर की तरह कशमीर से कन्या कुमारी तक कांग्रेस सेवा दल का नेता नही रहा है, सब प्रनब मुखर्जी की तरह “ड्राईंग रूम” नेता हैं।कांग्रेस से निकलने पर इन की पहचान ख़त्म हो जाये गी।

सोनिया गॉधी आप के पास देश बचाने को दो साल (2024) बचा है।पूरे देश मे कांग्रेस के सभी पूराने नेता को जो सत्ता मे रह चूकें हैं उन को निकाल फेंकिये और नवजवान से भर दिजये और 2024 का चुनाव लड़िये क्योकि दो साल मे रूस-यूक्रेन वार नया वर्ल्ड ऑडर मे चीन-मिडिल ईस्ट का एक नया मोक़ाम होगा।

अभी देश के सत्ता मे कोई नेता नही है जो देश को तरक्की कराये और आर्थिक तथा बेरोजगारी से देश को बचा ले।बडी बरबादी के बाद 2024 मे सब लोग बदलाव चाहे गा और कांग्रेस ही बदलाव का विकल्प है।

Islam Hussain साहेब का एक शेर G23 और बीजेपी नेताओं के नज़र:-“सुनो बेवकूफो !देशप्रेम का मतलबदेश के लोगों से है,उनसे मुहब्बत करोदेशप्रेम और देशभक्तिहो जाएगी”
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Some comments on the Post

Mohammed Seemab Zaman हमारे नेता को भारत ही सब कुछ नज़र आता है। क्या भारत अकले इस दुनिया मे रह कर विश्वगुरू बन ले गा? कल देखा होगा लोगो ने ब्रिटेन जिस का सूरज सौ साल पहले नही डूबता था उस के प्रधानमंत्री जॉनसन को 35 साल का प्रिंस सलमान एयरपोर्ट पर लेने नही गया और न शाह सलमान जॉनसन से मिले। सौ साल बाद 2022 मे यह हशर ब्रिटेन का इस नये वर्ल्ड ऑडर मे हो गया है। किसी ने भारत मे 2015 मे यह नही सोंचा होगा जब बराक-बराक हुआ था।हम ने तो सोंचा था कि दो-तीन साल लगे गा नई दुनिया को नज़र आने मे मगर पुटिन ने जल्दी कर दिया।

Syed Shaad हमने तो सर यूपी में 2019 के चुनाव के समय कांग्रेसी नेताओं के साथ काम भी किया है। कांग्रेसियों के साथ काम करने का अच्छा खासा अनुभव है। ये लोग मुसलमानों को माइनॉरिटी बोलने में गौरव महसूस करते हैं। इनकी हर पीढ़ी के लोगों की सोच यही है हम माइनॉरिटी के लोग आज़ादी के बाद से इनके और इनकी पार्टी के रहमो करम पर ही जी रहे हैं..

  • Mohammed Seemab Zaman हम पॉच साल से सबर करने को कह रहे थे और हम वाहिद माईनोरिटी थे जो नारा दिया था “वन्स मोर मोदी” जिस से मेरे अपने सगे बडे भाई लोग हम से बिगड़ गये थे।मगर देखा हशर वन्स मोर मोदी का।अब नारा दिया था 22 करोड की आबादी यूपी मे “वन्स मोर शहजादा सलीम जोगी” का अब उस प्रदेश का हशर देखये गा।सब लोग आजान दे गा, उस के एलावा अब कोई चारा उन नेताओ के पास नही है।

Kamil Khan हम जब भी देश को आगे बढ़ाने वाले नेताओं पर गौर करते हैं तो सिर्फ नहरू गांधी परिवार ही सामने नज़र आता है , लेकिन बाकी कांग्रेसी सब के सब संघी ही हैं। अभी तो मुझे कहीं से नहीं दिखता कि लोग नहरू गांधी परिवार पर भरोसा करेंगे , पर ये भी सच है माहौल बदलते रहे हैं हमेशा से इस लिए हम उम्मीद नहीं छोड़ेंगे

  • Mohammed Seemab Zaman झक मार कर माहौल बदले गा। कल देखा नही बोरिस जॉनसन शाह सलमान से नही मिले।छोटे ने बात कर टहला दिया। मगर इस को पैसा मिले गा।

Vivek Pawar आपने देश और देश की गरिमा के लिए चिंतित करोड़ों लोगों के मन की बात कह दी। सलाम है आपको!

  • Mohammed Seemab Zaman शुक्रिया।जो सच होता है हम लिख देते हैं। हम किसी नेता से Biased नही हैं। हम उन की कमी को भी लिख देते हैं और अच्छाई को भी.

Neeraj Singh अगर इन G 23 वाले नेताओं की लिस्ट मिल सके तो मेहरवानी होगी देश के साथ और कांग्रेस पार्टी का भी काम आसान हो जायेगा, यदि वो ये सलाह मानती है तो। वैसे बहुत बुरे दौर से देश गुजर रहा है। अब सलामती के लिए सिर्फ दुआ और वक्त का इंतजार करना होगा। बदलाव तो सुखद होगा तब तक संघी कश्मीर की तरह तमाम षड्यंत्र अंजाम दे चुके होंगे।

Arvind Srivastva बहुत सही बात कहा है आपने। इस देश को अब युवा ही बचा सकते हैं कांग्रेसी विचारधारा को अपनाकर अनुसरण करके।

  • Mohammed Seemab Zaman गौर किया है किसी पार्टी मे युवा नेता नही है। यहॉ तक के मोदी के बाद बीजेपी मे नही है। सब वही 1977 का पैदा लोग है जो 1990s के रूस और तालेबान का वक्त देखा लोग है, जिस का जमाना अब ख़त्म हो गया। वही वक्त था हम लोगो को सही रास्ते पर चलने का मगर भटक गये। आज यूरोप मे वही आग पहुँच गई और हम को पूरी दुनिया ने भी 2014 के बाद पहचान लिया। अब कोई मेरा साथी नही रहा। कोई लिडर नही है जो इस वक्त देश बचा ले। आज investment होगा तो 5-10 साल बाद नजर आये गा मगर कोई मेरे यहॉ अगला पॉच साल पैसा नही लगाये गा।

Jamshed Jamshed वाह।बहुत बहुत लाजवाब पोस्ट…शानदार सलाह…

  • Mohammed Seemab Zaman, अब सोनिया जी के पास सिर्फ दो विकल्प है। या यह रिजाईन करके अपने बच्चो को सायासत से हटा दे और फिर तमाशा देखे इन कांग्रेसी संघियों का कैसा मोकम्मल बरबाद करते हैं देश को या फिर सब को निकाल बाहर कर नवजवान को लेकर अगले दस साल बाद फिर देश को रास्ते पर ला दें।मेरा सारा पोस्ट “Foreign Perspective” के Background based होता है। दुनिया का बहुत बूरा हाल है और हम तो पहले ही अपना बूरा हाल कर चूकें हैं। यह भी पोस्ट foreign perspective based है।

Kuldeep Singh सर मेरा भी यही मानना है कि कांग्रेस के अलावा देश में कोई बदलाव नहीं ला सकता है सरजो लोग कह रहे हैं कि कांग्रेस वजूद खत्म हो गया ,वह लोग शायद भूल गए हैं , कि बैल कितना भी बूढ़ा हो जाय लेकिन खेत में हराई कभी नहीं भूलता है …

  • Mohammed Seemab Zaman कांग्रेस को ही दुनिया जानती है। दूसरे को मौका मिला 2014 मे मगर यह 2015 मे बराक को बोला कर पूरी पार्टी का ईमेज विदेश मे ख़त्म कर दिया।किस पार्टी ने देश के किस राज्य को बम्बई बनाया, हैदराबाद या बैंगलूरू बनाया। गुजरात मॉडल तो बीस साल से गुजरात है, डबल अंजन का सरकार है कौन सा शहर वहॉ का बैंगलूरू या बम्बई हो गया, या सिंगापुर या हॉंग कॉंग हो गया।