Post f 31st january 2021
महात्मा गॉधी ने हम भारतीय को आजादी देलाई और पूरी जिंदगी राम का नाम लिया और बिरला से हर बडे शहर मे बिरला मंदिर बनवाया। मरते वक्त जबान से आखरी खब्द “हे राम” निकला।आज गॉधी जी के जाति और गुजराती समाज के मोदी जी आजाद भारत के प्रधानमंत्री हैं और राम जी के मंदिर का शिलान्यास किया।
आज खुदा कि क़ुदरत देखये, एक गुजराती सात साल से भारत के बहुत मज़बूत, लोक प्रिय नेता मोदी जी प्रधानमंत्री हैं और 2016 मे अमेरिका के केलोफोरनिया (हौलीवूड का शहर) मे भारतीय दूतावास ने 294 kg की Bronze की मूर्ति लगवाई और बापू को अमर किया।
27 जनवरी की सुबह आरी (Saw) से कटी गॉधी जी का गरदन Hollywood के जमीन पर मिली साथ मे आरी से कटा बदन भी जमीन पर मिला।दूसरा अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी मे 26 जनवरी को गॉधी जी के मूर्ती को de-face कुछ भारतीय ने किया जहॉ 6 जनवरी को VHS के नेता कृष्णा गुडीपाती ने आतंक फैलाने मे भाग लिया था।
भागवत और मोदी जी हम लोगो को विश्वगुरू का सपना देखा रहे थे और दंगा फ़साद कर के देश मे समाज को बॉट रहे थे और विदेश मे भारतीय प्रवासी (Diaspora) पर घमंड कर रहे थे। आज वही भारतीय प्रवासी समाज बट गया और लाल क़िला पर भारतीय झंडा की बेईज्जती किया और राष्ट्रपिता बापू की दोबारा हत्या गरदन रेत कर विदेश मे कर दिया।
दुआ है मोदी जी आप प्रधानमंत्री बने रहिये जबतक के भारत के सारे बूद्धिजिवी, नेता, अर्थशास्त्री का चेहरा de-face न हो जाये।
“ज़ाहिर की ऑंख से न तमाशा करे कोई
जो देखना तो दिदये दिल वॉ करे कोई”
(हक़ीक़त यह है कि ऑंखें अंधी नही होतीं, वह दिल है जो सिने मे वह ……)