FB Post of 30 March 2021

2008 के मंदी के बाद, बराक ओबामा ने अरब स्प्रिंग के नाम पर मुस्लिम दुनिया मे आंदोलन और आतंक की शुरूआत की जिस को इंग्लैंड की मार्गेट थैचर ने 1990 के दशक मे रूस के टूटने के बाद ट्रेड यूनियन आंदोलन को ख़त्म कर किया था।

ओबामा के आशीर्वाद से भारत मे 2013 मे अन्ना-केजरी-रामदेव ने छोटा आंदोलन किया जिस को आप भारत का “अरब स्प्रिंग” कह सकते हैं। सरकार बदली, भारत की अर्थव्यवस्था चौपट हुई, बेकारी बढ़ी, बैंक डूबा, बराक-ट्रम्प् की आरती होती रही, और आस्था बरक़रार रही और चुनाव जीता जाता रहा।

2018 के बाद स्पेन, फ्रांस, लेबनान मे बेरोजगारी और बर्बाद अर्थव्यवस्था के कारण आंदोलन शुरू हुआ। फ्रांस मे Yellow Vest नाम से तेल का दाम बढ़ने और सरकारी कम्पनी के निजीकरण के खेलाफ आंदोलन शुरू हुआ, मैकरौन की नेतागिरी ख़त्म हो गई और फ्रांस का पैर सौ साल बाद अफ्रिका से उखड़ने लगा।

इंगलैड ने Brexit कर आंदोलन से देश को बचा लिया, लेबनान तबाह हो गया, अमेरिका मे काले लोग मारे जाने लगे, थाईलैंड मे राजा के खेलाफ आंदोलन शुरू हुआ।

भारत मे “संघ स्प्रिंग” चलता रहा, नोट बंदी, बैंक लूट, तीन तिलाक़, NRC, 370 होता रहा।फिर शाहीन बॉग हुआ, चीन गलवान मे आया “संघ स्प्रिंग” का अन्त हुआ। किसान आंदोलन पूरे भारत मे शुरू हुआ, जो भविष्य के सुंदर भारत की शुरूआत है।

नीचे तस्वीर भारत मे किसान आंदोलन की है और कौमेंट मे #ALJAZEERA का लिंक है।