आज मरियम पेटरोनिन ने एक ख़त लिख कर राष्ट्रपति मैकरौन को कहा है कि ” वह लोग अमन मे रहे जिन को हिदायत मिली है। हम को यह पता चला है कि आप परिशान हैं कि कैसे सोफ़ी पेटरोनिन जो क्रिस्चन थी और 75 साल की है वह 4 साल क़ैद मे रह कर मुस्लिम हो गई”

“मिस्टर मैकरौन मै आप को बताना चाहती हूँ के वह लोगो ने कभी हम को गलत तरीक़े से नही छुआ और हमेशा अच्छा बर्ताव किया। हमेशा मेरी इज्जत की हेफाजत किया। उन के पास ख़ुद खाने-पिने को नही होता था मगर हम को ज़रूर खाना ला कर देते थे”

“मिस्टर मैकरौन माली के लोग बहुत गरीब हैं, उन के पास आइफ़िल टावर नही है, महँगी कार नही है और न महगॉ फ़्रेंच पर्फ़्यूम है मगर वह लोग पॉच वक्त मूँह हाथ धो कर साफ रहते हैं और इमान के पक्के हैं”

“मै ने माली मे किसी को अपने मुस्लिम होने का नही बताया क्योकि मैं अपने मूल्क फ्रांस मैं आ कर सब को बताना चाहती थी ताकि अपने परिवार और लाखो फ्रांस और यूरोप के क्रिस्चन और बेदीन लोगो को इस्लाम की दावत दूँ और मिस्टर मैकरौन मै आप को भी इस्लाम मे आने की दावत देती है जो आदम से होते हुऐ ईसा (अ०स०) से होते हुऐ मोहम्मद सल्लाहो ऐलैहे वसल्लम पर ख़त्म हुआ”

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मुस्लिम देश तुर्की से लेकर बंगलादेश, मलेशिया, इंडोनेशिया मे फ्रांस के सामान का बहिष्कार शुरू हो गया है। फ्रांस मिडिल ईस्ट मे €1.3 billion दूध और चीज़ तथा €11.3 billion का कौसमेटिक्स, फ़ैशन तथा पर्फ़्यूम बेचता है। कहा जाता है कि फ्रांस का 70% महगॉ पर्फ़्यूम अरब देशो मे ही बिकता है।

कल फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने अरदोगान से dialogue करने की बात किया और मुस्लिम देशो को फ्रांस के सामान को बहिष्कार नही करने की अपील किया।

लोगो को याद होगा दस साल पहले डेनमार्क ने कुछ “गुस्ताखी” किया था तो अरब दुनिया ने डेनमार्क के डेरी इंडस्ट्री को तबाह कर दिया था। तीन साल पहले कनाडा को भी सऊदी अरब ने सबक सिखाया था अपने सारे लड़कों को कालेज और यूनिवर्सीटी से वापस बूला लिया था और हौस्पिटल से मरीज़ तक को एयर एम्बुलेंस से अमेरिका के हौस्पिटल मे ले गया।इस साल कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने माफ़ी मॉगा।

Facebook Post 27-10-2020