Post of 16 March 2025

यह हैं हमारे संघ के कर्मठ नेता श्री नितिन गडकरी जी जो मंत्री हैं रोड, परिवहन और हाईवे। यह कह रहे हैं कि भारत में मुस्लिम समाज में शिक्षा नहीं है इस कारण वह केवल चाय, पान ठेला, ट्रक ड्राईवर, कबाड़ी का दूकान और सफ़ाई का काम करते हैं, डाक्टर और इंजिनियर नहीं बनते हैं।

गडकरी साहेब आप लोग सौ साल (1935 में भागलपुर दंगा) से दंगा करा करा कर मुस्लिम को आर्थिक कंगाल बनाया, 1964 में जमशेदपुर रायट में ब्लास्ट फर्नेस में आप लोग ने मुस्लिम इंजिनियर को फेंका, गुजरात के सूरत में मुस्लिम इंजिनियर लड़के के पम्प और मोटर पार्टस के फैक्ट्री और दुकान को दंगा करा करा कर आप लोग ने बर्बाद किया।अलीगढ़, कानपुर, मुरादाबाद के ताला, छुरी, चमड़ा, पितल कलाकारी के बिज़नेस को आप लोग जलाया और आज चीन पितल, ताला, चमड़ा का सामान भारत को निर्यात कर रहा है, मगर आप कह रहे हैं कि मुस्लिम मे शिक्षा नही है।

गडकरी साहेब आप के हिन्दु समाज में इंजिनियर, IAS, IPS बहुत हैं फिर भी दंगा होता है। आप घमंड से कहते हैं कि आप ने भारत मे हज़ारों किलोमीटर रोड और हाईवे का जाल बिछा दिया। मगर इस सप्ताह The Economist, London में एक लेख छपा है, आप के रोड और हाईवे पर के इंजिनियर की शिक्षा की क्वालिटी भारत में ख़राब हैं। IMF का 2022 का रिपोर्ट है कि आप के बनाये इंजिनियर का रोड और ओवर ब्रिज ऊबड़-खाबड़, गढ़ा और टूटी है, और भारत अफ्रिका के ग़रीब देश सोमालिया से एक अंक ऊपर 126 पायदान पर है।

The Economist, London said “Government projects are afflicted by many ills, including poorly designed contracts, inflexible requirements and corruption. Corners are cut. Last year three airport canopies collapsed in heavy rains (including one at the privately run Delhi airport). New highways and bridges quickly develop cracks or potholes. The joins in flyovers are inexact, making for bumpy rides. In 2022 researchers at the IMF published a paper that looked at average speeds between big cities in 162 countries as a proxy for the quality of infrastructure. Despite building tens of thousands of highways in the previous two decades, India ranked 127th, just ahead of Somalia. Quantity is a poor substitute for quality.”

गडकरी साहेब मुस्लिम सौ बार नेमाज़ जिस मस्जिद में पढ़ता हैं वहॉ आप के इंजिनियर और डाक्टर लोग को घार्मिक अवसर को “दंगा का अवसर” का कला बना कर हर मस्जिद, मज़ार, कब्रिसतान मे राम जी, और शिव जी नज़र आते हैं, ऐसे शिक्षा पर लानत है।

#नोट: आप जैसे लोग दूसरे को नीचा दिखाकर अपना अहंकार तो बढ़ा सकते हैं, मगर आप के ख़राब रोड, हाईवे, इंफ्रास्ट्रक्चर क्वालिटी का असर भारत माता और हिन्दु समुदाय पर पड़ता है, केवल मुस्लिम पर नही पड़ता है, और दुनिया हँसती है।

https://www.facebook.com/mohammed.seemabzaman/videos/987869952917178
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Some comments on the Post
Mohammed Seemab Zaman

इस पोस्ट को सब लोग खूब शेयर किजये ताकि भारत के पढ़े लिखे लोग जानें कि दुनिया भारत के रोड, हाईवे और एयरपोर्ट पर क्या लिख और कह रही है। एयरपोर्ट का भी मज़ाक़ उड़ाया है कि बनवा तो दिया design इंग्लैंड के Muslim Architect, Zaha Hadid से मगर हर तीसरे अंतरराष्ट्रीय पैसिंजर का luggage check होता है और सब को अपना सामान उठा कर X-Ray machine में रखना पड़ता है…….

आप के पास इंजिनियर है तो क्यों बंगलोर, मुम्बई, हैदराबाद और गोवा के एयरपोर्ट का design अमेरिका और इंग्लैंड से करवा रहे है?