My Post of 16th November 2020

यह सर्वे रिपोर्ट Irfan Zibran साहेब ने अपने पोस्ट पर डाला है यह ऐसे तकरीबन दस साल पुराना है। इस रिपोर्ट से साफ ज़ाहिर है के आजादी के पहले से (1935 भागलपुर दंगा) दंगा करा कर मुस्लिम के व्यापार, धंधा या skills based business को निशाना बनाया गया। हाल हाल तक जमशेदपुर, सूरत, अहमदाबाद, अलीगढ, मुरादाबाद वग़ैरह को बर्बाद किया गया मगर फिर भी यह रिपोर्ट है।हम को बहुत ताजुब है। बहुत खुशी इस बात की है हमारा बहुसंख्यक समाज आज भी हम को एक “ज़ात/जाती” समझता है और मेरे साथ है।

इस रिपोर्ट को देख कर एक बात पर ध्यान जाता है कि मुस्लिम समुदाय का “ज़कात और ख़ैरात” का असर मुसलिम समाज पर है। हम को आज ही एक अज़ीम शख़्सियत से फोन पर बात मे आईजरबाईजान पर बात हो रही थी तो कहा के जब वह बोसनिया लडाई मे पोस्टेड थे तो 1998 मे बोसनिया हरजेगोवीना के आजादी के बाद 50 मुस्लिम देशो ने अपना एक साल का ज़कात बोसनिया को दे दिया। आज बोसनिया यूरोप का सब से तरक्की याफता मूल्क मे शुमार होता है।हम ने उन से कहा रूस के टूटने के बाद सेंट्रल ऐशिया के मुस्लिम देशो के ज़कात ने उन को मद्द कर खडा कर दिया जो हम ने पढा था और बाद मे अपने ऑंखो से देखा।

हम जो विदेश की खबर पोस्ट करते हैं तो कुछ लोग कहते हैं इस से हम को क्या मतलब। तो हम जवाब देते हैं “पढिये और तालीमी एदारा खोलये। भारत के इस गंदे पौलिटिक्स से अपने को अलग कर दिजये, करने दिजये इन सब लोगो को पौलिटिकस। कोई बहस या दख़लंदाज़ी की बात बहुसंख्यक समाज मे नही बोलये। अपना अख़लाक़ हर हाल मे ठीक रखिये। इंशाअल्लाह सब ठीक हो जाये गा”