यह खबर सीएनएन मे तामारा किबलवी ने लिखा है जो चीन के Autonomous State (स्वायत्त राज्य) शिनजयॉग (Xinjiang) मे रह रहे उईघर (Uyghur) मुसलमानो पर है।
आज कल ट्रम्प एक तरफ अमेरिका मे ग़ैर-श्वेत लोगो को बाहर जाने को कह रहे हैं वही दूसरे देशो मे धर्म के नाम पर जो लोगो के साथ अन्याय हो रहा है उस के लिए बहुत चिन्तित है।
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार संगठन को 22 पश्चिम के देश (Western countries) ने एक बयान देकर चीन सरकार द्वारा उईघर लोगो पर किया जाने वाले धार्मिक अत्याचार को रोकने की गुहार लगाया है। वही 37 मुस्लिम तथा दूसरे देशो ने चीन के उईघर लोगो के मानवाधिकार की चीन द्वारा किये जारहे क़दम को सराहा है जिस मे सऊदी अरब, मिस्र, तुर्की शामिल हैं।
Xinjiang राज्य चीन का सब से बडा स्वायत्त राज्य है जो चीन का 1/6 क्षेत्रफल है और दुनिया का 8वॉ बडा स्वायत्त राज्य है जहॉं 15-20 लाख तुर्की नस्ल के मुस्लमान रहते हैं।यह सेन्टरल ऐशिया के देशो मे भी बसे हैं।जो माओ के समय से चींन के one-child policy से आज़ाद हैं। हम ने भी Uyghur पर जापान का बनाया हुआ documentary देखा है तो लगता है कि वह सही कर रहा है।
हम को यह समझ मे नही आता है कि चीन यह क्यों बेवक़ूफ़ी करे गा जब की उस का 80% Silk Road मुस्लिम देशो से गुज़र रहा है और जो तरक़्क़ी और विश्व शक्ति बन्ने के लिए इतना संजीदा है कि Yellow river मे 5 Kms tunnel बना कर reversal system से पानी Beijing मे ला रहा है। वह मुस्लिम पर अत्याचार कर दूसरे देशो को अपने से दूर क्यों करे गा?
(My Post on Facebook 19th July 2019)