4-11-2020 post of Facebook

सात साल से देश की अर्थव्यवस्था चुनाव लडने और जितने के चक्कर मे बर्बाद हो गया। सरकारी बैंक और पब्लिक सेक्टर संस्था बर्बाद हो गया। भारतीय रेलवे जो चीन के सेना के बाद दूसरी बडी नौकरी देने की संस्था दुनिया मे थी वह बर्बाद हो गया। मगर अभी भी देश को केन्द्र सरकार और मिडिया अंधकार मे रखे हुआ है।

दस (10) महीना से कोरोना ने पूरी दुनिया के अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया और डोनालड ट्र्म्प ने “अमेरिका फ़्रस्ट (America First)” का नारा देकर दुनिया के आपसी संबंध और व्यापार को ख़त्म कर दिया।

अब एशिया का युग आ गया। रूस और चीन के सरकारी वैकसीन बनाने वाली संस्था ने वैकसीन निकाल दिया। दोनो देश अपनी तथा दोस्त देशो की अर्थव्यवस्था बचाने के लिये डाक्टर, नर्स, पुलिस, इमर्जेंसी सेवा वाले लोगो को फ़्री वैकसीन दे रहे हैं और उमीद है कि रूस, चीन, मिडिल ईस्ट की अर्थव्यवस्था अगले साल सँभल जाये गी।

रूस और चीन का स्पूटनिक और साईनोफार्म वैकसीन यूरोप और अमेरिका ने शरम से नही लिया क्योकि इन को अपने टेकनौलोजी का घमंड था मगर आज तक यह वैकसीन नही निकाल पाये।यूरोप और अमेरिका की अर्थव्यवस्था तबाह हो गया।

रूस और चीन का वैकसीन पूरे मिडिल इस्ट मे जुलाई से दिया जा रहा है।यूऐई ने चीन के साईनोफार्म का वैकसीन 130 देश के 30,000 नागरिक को दे दिया। दूबई के शासक शेख मख़्दूम, स्वास्थ मंत्री और दूसरे उच्च अधिकारियों ने चीन का टीका ले लिया। रूस का स्पूटनीक वैकसीन यूऐई और सऊदी अरब मे भी लाखो लोगो को दिया जा रहा है।

“नेशन वांट्स टू नो” बीजेपी सरकार ने रूस और चीन का वैकसीन देश की अर्थव्यवस्था बचाने के लिये क्यो नही लिया? मोदी जी चीन से पटेल की मूर्ती बनवाते है मगर देश के लोगो के जान और माल बचाने के लिये रूस और चीन का वैकसीन क्यो नही मॉग कर ला रहे हैं? उमीद है जनवरी मे WHO रूस और चीन का वैकसीन ऐपरूव करे गा।