Post of 15th June 2022
“मुस्लिम अव्वल शेर मरदॉ अली
इश्क़ रा सरमाऐ ईमॉ, अली”
इस पोसट को इक़बाल ने इश्क़ यानी इश्क़ रसूल से गरवेदगी के मामले मे हज़रत अली (रज़ी अल्लाह अंहो) को खेराजे अक़िदत पेश करते हुऐ शेर से शुरू करते हैं।
कोरोना और यूक्रेन लडाई के बाद दुनिया के बहुत देशों मे फिर वही बीस साल पुरानी अर्थव्यवस्था का दौर लौट आया है।मगर पिछले बीस साल मे कुछ देश बहुत तरक्की कर गये और अब #बहुध्रुवीय दुनिया (Multipolar world) हो गई जिस मे चीन, रूस, मिडिल ईस्ट, सेंट्रल एशिया वगैरह देश बहुत महत्वपूर्ण हैं।
नीचे भारत और मिडिल ईस्ट के $155 billion व्यापार का ग्राफ देखये जिस मे भारत $110.71 billion का आयात करता है और $43.86 का निर्यात करता है।यह बहुत बडा ऑकडा भारत के लिए नही है मगर भारत 60% से ज्यादा तेल और गैस GCC देशो से लेता है।जीसीसी देश 80 लाख भारतीय को रोज़ी रोटी देते हैं और बिस साल मे एतिहासिक तरक्की किया।
रूस-यूक्रेन लडाई के कारण तेल और गैस का संकट 1973 के अरब देशो के यूरोपीयन देशो पर Oil Embargo लगा कर पैदा संकट से बडा तेल/गैस संकट पैदा हो गया है।यह संकट 2023-24 तक चले गा।
क़तर जिस की आबादी पचास लाख है, उस की गैस कम्पनी QatarEnergy अगले दो साल मे $29 billion गैस उत्पादन मे निवेश कर 2024 तक गैस का तीन गुणा उत्पादन करने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है।यूरोप और अमेरिका की तेल कम्पनी QatarEnergy के इस योजना मे निवेश करने के लिए लाईन मे खडे हैं।
भारत की 65% अर्थव्यवस्था मिडिल ईस्ट पर टीकी है मगर बुद्धिजीवी, दार्शनिक और नेता लोग इस्लामोफोबिया फैला कर देश को विश्वगुरू बनाने का नारा देते हैं, वह झूठ है और असंभव है।