Facebook Post of 24 October 2023
पिछले पाँच साल से पश्चिमी देश Climate Change (जलवायु परिवर्तन) का डर डरा कर मिडिल ईस्ट को सूली पर चढ़ाने की उम्मीद लिये थे मगर रुस का यूक्रेन में विस्तारवादी होना फिर तेल और गैस को दुनिया में ऊर्जा के लिए पुनर्जीवित कर दिया।
पिछले हफ़्ता अमेरिकन तेल कम्पनी ExxonMobil ने अमेरिका की तेल कम्पनी Pioneer को $59.5 billion में ख़रीद लिया।इस समझौता के तहत पायनियर नेचुरल रिसोर्सेज़ के शेयर धारक एक्ज़ॉनमोबिल का 2.32 शेयर प्राप्त करें गें।
कल अमेरिका की दूसरी बड़ी तेल कम्पनी Chevron ने Hess को $53 billion में ख़रीदने की घोषणा किया है। हेस के मालिक ने कल एक साक्षात्कार में कहा है इस दो बड़े Mergers & Acquisitions से आने वाले कई दशकों में तेल और गैस की मांग मंज़बूत रहेगी।
हेस के मालिक ने कहा कि एक्ज़ॉनमोबिल और शेवरॉन के दो बड़े सौदा से अमेरिका तेल और गैस में आत्मनिर्भर हो जाये गा जबकि यूरोप और चीन दुनिया से 70-80% तेल और गैस ख़रीदता रहे गा।
अभी चल रहे मिडिल ईस्ट लड़ाई से दुनिया में ऊर्जा संकट पैदा होगा और तेल का दाम $110-130 बढ़ने की संभावना है ताकि तेल उत्पादक देश प्रतिरोधी ताकतों को पैसा से मद्द कर सकें।
हमारे खेल मंत्री सरदार हरदिप सिंध पुरी साहेब दुनिया के 39 देशों से तेल ख़रीद कर भारत को महंगा तेल उपलब्ध करा रहे हैं क्योंकि भारत अब ईरान से भी कम तेल ले रहा है।कुछ दिन पहले पुरी साहेब जी-२० के सम्मेलन में ब्राज़ील से Bio-fuels की संधि कर भारत के लोगों को भटका रहे थे कि हम लोग विकल्प खोज लिया है मगर अमेरिका में तेल कम्पनी का मर्जर और एक्यूज़ेशन हो रहा है।
#नोट: पाँच साल से कह रहे हैं कि METRIC (Middle East-Turkey-Russia-Iran-China) का युग आने वाला है मगर हम लोग दंगानवमी-लिंचिंग-तीन तलाक़-एनआरसी के नारा से भारतीय विदेशनीति का कब्र खोद रहे थे।इन नारा का नतीजा है कि आज दुनिया में भारत अकेला खड़ा है और सब से महंगा तेल और गैस ख़रीद रहा है और देश में ग़रीबी को बढ़ा रहा है।
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Some comments on the Post
Mohammed Seemab Zaman पाँच साल पहले जब हम लोगों ने METRIC (Middle East-Turkey-Russia-Iran-China) का नारा दिया था तो लोग को यक़ीन नहीं हो रहा था क्योंकि ईरान उस समय मिडिल ईस्ट, अफ़्रीका और अफ़ग़ानिस्तान वग़ैरह मे Proxy War का खेल खेल रहा था और हम लोग ईरान का साथ दे रहे थे, चीन का तुष्टिकरण कर रहे थे, नमस्ते ट्र्म्प हो रहा था।मगर हम को यह यक़ीन था कि ईरान अंततोगत्वा झक मार कर मिडिल ईस्ट से दोस्ती करे गा क्योंकि 1878 के बाद दुनिया तेज़ी से बदल रही थी।
हम अक्सर हिन्दी नाम वालों को सलाह देते हैं कि शाम में उर्दू नाम वालों के घर पर जा कर चाय पीआ किजये, विदेशनीति या दुनिया की राजनीति सिखा दें गें।
Qasim Chaudhary शानदार लेख
- Mohammed Seemab Zaman याद आया, यह METRIC का नारा कब दिया था? उस वक्त आप लोगों ने ख़्वाब में भी नहीं सोंचा होगा कि ईरान-सऊदी अरब दोस्ती हो गी और सऊदी अरब ईरान में Refinery बनाने की बात करे गा।53
- Qasim Chaudhary, Mohammed Seemab Zaman साहब जिस दिन से आपको पढ़ा है उसदिन से सुकून आया हमने तो यही नहीं सोचा था अमेरिका कभी कमज़ोर पड़ेगा पर वो हुआ। आप यक़ीन करें आपको पढने से पहले तक जब मैं जब खाना खाता था तो मेरे मुँह में लुक़मा जाता था ओर रोते रोते उदास मन से खाना खाता था.
- Shamimul Haque, Mohammed Seemab Zaman जी सर, ईरान को लेकर हमेशा कन्फ्यूजन बना रहता था। मगर आप ने उस वक्त ही पेशनगोई कर दिया था कि झक मारकर ईरान को बाकी अरब देशों में प्रोक्सी बंद कर शांति समझौता करना होगा।
- Mohd Saqib, Mohammed Seemab Zaman Sahi kaha Sir jab aapne pehli baar METRIC kaha , tab yehi soch Raha tha ki Saudi aur Iran ek saath kaise aayenge… Lekin mujhe aapki door ki nigah per yakeen tha…aur Maine apne kuch jaane walon se kahan bhi tha, future me Aisa hoga…ab woh bhi maane Lage ..apko ab padhte bhi hain.
Anwar Ali रूस से तो सस्ते में खरीद रहा है।
- Mohammed Seemab Zaman, Anwar Ali साहेब कितना ख़रीद रहा है? जो मूल्क 80-85% तेल और गैस विदेश से ख़रीदता हो और जिस की आबादी 120 करोड़ है, वह कब तक open market से ख़रीदे गा. उस को तो कोई permanent agreement किसी नज़दीकी देश से करना चाहिए था, मगर यहाँ तो Party is above than nation.
- Anwar Ali, Mohammed Seemab Zaman साहब, रूस पर पाबंदी के बाद रूस ने सस्ते में भारत व चीन को तेल दिया है, इस वजह से भारत ने सऊदी से तेल कम खरीदा रूस से ज़्यादा। यहाँ तककि भारत ने वो तेल यूरोप को भी भेज दिया।
Babar Khan ओबामा ने नेतन्याहू को वार्न किया है की लेने के देने पड़ जायेंगे इसे क्या समझा जाए
- Mohammed Seemab Zaman ओबामा ने सही कहा है। कल का मेरा पोस्ट और उस पर कॉमेंट पढ़ लिजये, हम ने लिखा है कि General Petraeus ने कहा कि 9/11 के बाद अमेरिका के 50,000 सैनिक मर और लाखों ज़ख़्मी हो गये है, इन के तो अभी 3000 मरे हैं। यह सब बात को पढ़ कर सोचये, हम बहुत सी बात खुल कर नहीं लिख सकते हैं यह सोशल मीडिया है।