10th January 2023

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक “ओल्ड पेंशन स्कीम” पर मोंटेक सिंह अहलूवालिया ने कहा, ” एक अर्थशास्त्री के रूप में मैं यही कहूंगा कि राजनीतिक पार्टियां और सत्ताधारी पार्टियों को चाहिए कि वो सिस्टम को ऐसे कदम उठाने से रोकें जो निश्चित रूप से वित्तीय तबाही का सबब होगा.”

उन्होंने कहा, जनता को बड़े पैमाने पर ये समझाने की ज़रूरत है कि भविष्य में इसकी क़ीमत चुकानी पड़ेगी. इसलिए हमें ऐसा जनमानस बनाने पर ध्यान देना होगा.” अहलूवालिया ने कहा, “राजनीतिक व्यवस्था में जो लोग इसकी क़ीमत चुकाते हैं, उनकी भी बात सुनी जानी चाहिए और अगर राजनीतिक सिस्टम ये करने में अक्षम है तो मेरे पास इसका कोई समाधान नहीं है.”

यह है 80 साल के अर्थशास्त्री मोंटेक सिंह अहलूवालिया जो आज जनता को अर्थशास्त्र समझा रहे हैं, मगर कभी राजनीतिक पार्टी द्वारा सामाजिक अशांति फैला कर दंगा कर जीडीपी जलाने के रोकने के लिए राजनीतिक पार्टी को नही समझाया, न कभी ज्ञान दिया?

*अहलूवालिया साहेब, अगर जमशेदपुर मे 1979 मे दंगा करा कर जमशेदपुर नही जलता तो आज टाटा वहाँ दुगनी अर्थव्यवस्था खडा कर देता और सरकार को दोगुना टैक्स मिलता और ओल्ड पेंशन देने मे कोई दिक्कत नही होती।

*अहलूवालिया साहेब, 1993 मे मूंबई मे राजनीतिक पार्टी जनमानस को भटका कर दंगा नही कराती तो आज मूंबई दुबई होता और पूरे भारत को मूंबई पेशन देता। ऐसा ऐसा आप को सौ उदाहरण दे गे कि राजनीतिक व्यवस्था में जो लोग हैं उन की वजह कर जनमानस और देश आज उसकी क़ीमत चुका रहा हैं और अभी और चूकाये गा क्योकि अभी वित्तीय तबाही खत्म नही होने वाली है।

*अहलूवालिया साहेब, आप तो दस साल योजना आयोग मे रहे ONGC, IOC, HPCL, Shipping Corporation, BSNL, MMTC, NMDC वगैरह की तरह बीस और कंपनी क्यो नही खोला ताकि Tax-base बढता, GST बढता और पुराने पेंशन स्कीम मे पेंशन देने मे सरकार सक्षम होती।

*मोंटेक सिंह अहलूवालिया, आप ने आज तक अबू धाबी के तरह International Holding Company (IHC) $240 billion capitalisation की क्यो नही बनाया, जिस मे 150,000 लोग काम कर रहे हैं। IHC बनाते कैसे? यहॉ तो 25 फरवरी 2020 तक तो ट्रम्प के सामने दिल्ली मे दंगा ही कराते रह गये।

#नोट: यह अर्थशास्त्री लोग जनमानस को गुमराह करते हैं जो सत्ता मे रह कर उस की मलाई खा चूके हैं।यह अर्थशास्त्री अब देश के किसी काम के नही हैं क्योकि यह भी राजनीतिक पार्टी और व्यवस्था के दोस्त रहे थे और आज भी हैं। भगवान भला करे संघ की सरकार का जो सब के आंख का मोतियाबिंद ऐसा ठीक किया के सब अन्धे हो गये।

https://www.bbc.com/hindi/india-64197008?fbclid=IwAR16YkZdCwBvrUg84hBwKs0BY1T21KOZ9riDvV4myhEziut6igDpyzFOeDg

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Some comments on the Post

Mohammed Seemab Zaman इस पोस्ट पर हम ने मोंटेक सिंह को Private sector और Public sector दोनो का उदाहरण दिया है ताकि लोगो समझे कि कैसे जमशेदपुर या दूसरे शहरो मे दंगा करा करा कर “भारत माता” का GDP राजनीतिक पार्टी जलाती रही और देश को बरबाद किया।
अभी तो संघ के आदरणीय मोहन जी कहते हैं “संघ अपना काम करता रहता है, मथुरा, काशी मे भी भव्य मंदिर बने गा”। हाई कोर्ट हेजाब पर केस लेकर बैठी रहती है, सुप्रीम कोर्ट लोगो को बेल देता है और यह कह रहे हैं जनमानस को समझाओ कि वित्तय तबाही हो गा।