Post of 18 Nov 2023
*कहा जा रहा है कि 6 सप्ताह से चल रहे ग़ज़ा नरसंहार के कारण ईरान, सऊदी अरब, कुवैत और अल्जीरियाई लोग तथा शासक बहुत ग़म और ग़ुस्सा में हैं जिस के कारण सऊदी अरब अगले साल पुन: OPEC+ देशों के तेल उत्पादन में 1 million बैरल प्रति दिन कटौती करने की तैयारी कर रहा है ताकि तेल का दाम 2024 मे भी $90-100 के बीच में रहे और पश्चिमी देश फ़लस्तीन मे नरसंहार रोकने पर मजबूर हो जायें।
जानकारों का कहना है कि सऊदी अरब इस बार 1973 की तरह पश्चिमी देशों पर तेल इमबारगो नहीं लगाये गा ब्लकि तेल का दाम बढ़ा कर कोविड के पॉचवे साल तथा रूस-यूक्रेन लड़ाई के तीसरे साल 2024 मे भी पश्चिमी देशों तथा इसराइल समर्थक देशों की अर्थव्यवस्था को मंदी (Recessions) में ले जाये गा।
*छेह (6) सप्ताह के बाद कल यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंसकी ने पत्रकारों के एक समूह को कहा है कि दुनिया यूक्रेन को नहीं भूले क्योंकि उन्हें जानकारी मिल रही है “रूस एक लम्बी योजना पर काम कर रहा है”
ज़ेलेंसकी ने कहा अगर दुनिया के देश, अब मिडिल ईस्ट में फँस कर यूक्रेन मे कुछ नहीं करें गें तो रूस बाल्कन (Balkans) देशो मे युद्ध शुरू करा कर यूरोप में “विस्फोट” करे गा।
*ज़ेलेंसकी अब तक यूक्रेन युद्ध मे 6 लाख लोगों को मरवा चूके हैं और 20 लाख से ज़्यादा औरतें तथा बच्चों को यूरोप में शरणार्थी बना दिया है जबकि रूस अपने 20,000 से ज़्यादा फ़ौजी युद्ध मे मरवा चुका है।
इसराइल में प्रतिरोधी ताक़तों ने 1200 इसराइली को मारा और सैकड़ों को बंधक बना लिया है और इसराइल ने ग़ज़ा मे 12000 औरतों तथा बच्चों को अमेरिकी बम गिरा कर मारा और जलवायु परिवर्तन (#Climate_Change) को बढ़ावा दिया।
#नोट: नीचे बाईडेन का विडियो सूनये जिस में वह अब चीन से डर कर लड़ाई नहीं करने की बात कर रहे हैं।दुआ किजये 2024 चुनाव में बाईडेन दोबारा जीतें ताकि अमेरिका South China Sea मे यूक्रेन और इसराइल के बाद तीसरी लड़ाई शुरू नहीं करे।
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