Post of 11 January 2023
पाकिस्तान जब से बना है तब से अंतरराष्ट्रीय राजनीति मे उस की कहानी “एक हसीना और राक्षस” (Beauty and the Beast) की कहानी के तरह रही है।
राक्षस तो कहानी मे एक शहज़ादा था मगर श्राप के कारण वह राक्षस बन गया, अंतोगत्वा एक हसीन लडकी मजबूरन उस के मोहब्बत मे आकर शादी करने को तैयार हो गई।
*पाकिस्तान जब से बना है मार-काट मे लगा रहा और इस का सारा सयासतदान चोर, मगर इस का सब से बडा कारनामा अफगानिस्तान से सोवियत संघ को भगाना है जिस के कारण 25-12-1991 को Fall of USSR हुआ और सेंट्रल एशिया तथा यूरोप के 15 देश आज़ाद हुऐ।
*पहला कारनामा पाकिस्तान ने 1970s के दशक मे अमेरिका की चीन से दोस्ती कराई और तीसरा कारनामा 21वीं सदी मे मीडिल ईस्ट को चीन से दोस्ती कराई।
*हाल मे पाकिस्तान ने 15-08-2021 को Fall of Kabul करा कर यूरोप और अमेरिका को shock मे डाल दिया क्योकि 1979 से सोवियत संघ के अफगानिस्तान मे आने के बाद से पाकिस्तान अमेरिका का Allies रहा था।
*मगर डेढ साल के अंतराल के बाद फिर Western Powers पाकिस्तान मे बाढ के नाम पर पाकिस्तान से मोहब्बत करने लगे और अफगानिस्तान वार (1979-89) के “पुराने दोस्त” को UNO द्वारा Geneva Conference मे $10 billion से ज्यादा सहायता का इंतजाम कर दिया (नीचे तस्वीर देखें)।
इस कांफरेंस मे फ्रांस के राष्ट्रपति मेकरौन भी गये थे बाकि लोगो ने वर्चुअल कांफरेंस मे भाग लिया।क़तर ने $23 million देने का वादा किया।तुर्की ने कोई पैसा देने का वादा नही किया क्योकि अरदोगान ने मीटिंग मे कहा कि वह बाढ मे बहुत सामान भेज चूके हैं।
*सऊदी अरब ने सब से ज्यादा $1 billion देने का वादा किया क्योकि सऊदी अरब और पाकिस्तान का संबंध “बडे भाई और छोटे भाई” का है।छोटा भाई “चोर या लखैरा” हो मगर बडा भाई कभी उस को छोड़ता नही है।
#नोट: यह $10 billion आये गा या नही यह तो पाकिस्तान की सयासत और वक़्त बताये गा मगर यह बात फिर साफ हो गई के Western Powers पाकिस्तान राक्षस (शहज़ादा) को नही छोडे गें क्योकि पिछले हफ्ता चीन ने अफगानिस्तान मे तेल और गैस निकालने का 25 साल का अनुबंध किया है।कल चीन ने बेल्ट और रोड (BRI) के अंतर्गत सेंट्रल एशिया के सभी देशो के शामिल होने के अनुबंध पर आखरी हस्ताक्षर किया है।