Post of 18 September 2022

आज गुलशन कुमार अरोड़ा साहेब ने एक पोस्ट किया जिस मे भारत की पब्लिक और प्रावेट सेक्टर की कम्पनी के टैक्स अदा करने का आँकड़ा था।

जब हम ने पोस्ट देखा तो पंडित नेहरू याद आ गये।हम पंडित नेहरू के Mixed-economy के बहुत बडे मद्दाह हैं।हम ने बहुत सारा अंतरराष्ट्रीय पेपर पब्लिक सेक्टर के भारत के तरक्की मे योगदान पर पढा है।

निचे ग्राफ को गौर से देखये, आज भी आठ बडे कम्पनी के टैक्स पेमेन्ट मे चार पब्लिक सेक्टर SBI, NTPC, ONGC, Coal India कम्पनी है जो 12,000 (SBI) करोड से 7,370 करोड (Coal India) टैक्स सरकार को दे रही है। प्रावेट सेक्टर Reliance का केवल 13,726 करोड योगदान है।

जो दूसरी सरकारी कम्पनी है, वह Power Fin Corp, Power Grid Corp, L&T, NMDC, REC, Hind Zinc, SAIL इत्यादि हैं।

ICIC Bank भी कभी सरकारी बैंक था जो आज SBI से कम टैक्स देता है।आठ साल मे 27 सरकारी बैंक को डूबा कर केवल दस या बारह बचा है जिस को भी बेचने की योजना चल रही है, जब की ग़रीबी बढ कर 80 करोड हो गया है।

#गौर किजये इस मे भारत के सब से बडे आदमी अदानी की पॉच बडी कम्पनी मे से कोई नही है जो हजार करोड टैक्स देती है, क्योकि अदानी की सब कम्पनी सरकारी बैंक के लोन लेकर चल रही है, जैसे अनील अम्बानी की कम्पनी चल रही थी।आज अनील की सब कम्पनी auction हो रही है मगर कोई ख़रीदार नही मिल रहा है।

#नोट: कल जो चीता नामीबिया से आया है, उस का सारा पैसा पब्लिक सेक्टर की कम्पनी Indian Oil ने दिया है जिस तरह से सरदार पटेल की मूर्ती का पैसा पब्लिक सेक्टर कम्पनी ने दिया था।

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