Post of 2nd November 2020

आज हमारे सुबह के पोस्ट पर हमारे एक पूराने मित्र ने हम को “biased” लिख दिया हम को बहुत अफसोस हुआ। जब की हम से लिखने मे गलती हो गई के यह गौतम बुद्ध के 200 साल बहुत बाद का 120 फ़ीट लम्बा बिल्ली की तसवीर 2200 साल पहले की ही। “बाद” के बदले हम ने “पहले” लिख दिया। खैर गलती थी हम ने sorry लिख दिया।

मगर उन्होंने यह भी लिख दिया के हम इजिप्ट और पेरू के कल्चर को अपने भारतीय कल्चर से ऊँचा देखाना चाह रहे हैं, शायद इस वजह कर हम अशोक और Taxila पर भी बायेस्ड हो गये।

शायद उन को पता नही है हम बूद्ध और अशोक की घरती बिहार से हैं और दस साल बचपन बोध गया के पास गुज़रा है और हम वैशाली के हैं जहॉ अशोक का original लाट हाजीपुर सटेशन पर लगा है और जहॉ संग्रहालय मे चार मीटर अशोक के वक्त की लकड़ी देखा है जो गंगा के किनारे बाढ के पानी को रोकने लगाई गई थी।

दूसरी बात शायद उन को न पता हो कि हम ने काम किया नेशनल डेरी डेवलौपमेंट बोर्ड, आनंद उस का मोनोग्राम गाय का तक्षशिला का है जो वहॉ खोदाई मे मिला था।

आज पेरू (Peru) जहॉ 90% क्रिस्चन हैं का सुबह मे टीवी पर पूराने कल्चर पर पूजा करते देखा तो यह पोस्ट लिख दिया और 120 फ़ीट लम्बी बिल्ली की तस्वीर दिया, मगर टीवी की तस्वीर नही दिया मगर अब इस पोस्ट पर 15वी सदी के राजा की Machu Picchu तसवीर दे रहे हैं जो UNESCO Heritage site है जो कल सात महीना बाद खुला है।

हम अपनी सभी मुस्लिम और गैर मुस्लिम दोस्त से कहते हैं हम को गलत नही समझये गा।हॉ कभी हम ग़ुस्सा मे आकर “सख़्त/कठोर” लिख देते हैं। क्या भारत का यही कल्चर है कि मंदिर तोड़ कर मस्जिद बनता रहा। बाबरी मस्जिद मंदिर तोड़ कर बना। नेशनल टीवी NDTV पर expert कहते हैं दिल्ली जामा मस्जिद, मंदिर तोड़ कर बना और ताजमहल शिव मंदिर था मेरे पास इस का सबूत है।30 साल से ताजमहल का सरकारी गाइड अंग्रेज टूरिस्ट को कहता है यह शिव मंदिर था और मोगल ने ताजमहल मे बदल दिया। क्या यह बाऐस्ड और गलत कल्चर नही है?

2nd November 2020 Facebook Post

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Some comments on the post

Mohammed Seemab Zaman दक्षिण अमेरिका के देश में पिरामिड भी है मगर ईजिप्ट के तरह बहुत बड़ा बडा नही है। हम तो चाहते हैं मेरे यहॉ निकले ताकि हम भी घमंड मे दुनिया को बताये मेरा कल्चर पूराना है। हम तो शादी मे लाल कपडा लडकी को पहनाते हैं जब कि पूरी दुनिया मे क्रिस्चन, मुस्लिम, यहूदी, जापानी, लडकी शादी मे सुफैद कपडा पहनती है। हम तो अपने भारत के कल्चर पर लाल कपडा पहनाते हैं दुल्हन को सेंदूर और पान का भी औरते रस्म करती है। कहॉ कोई कुछ कोई इंकार है।

Khursheeid Ahmad सर पता नहीं आप के दोस्त को क्यों आपत्ति है कया यह सच नहीं है कि आज का शासक वर्ग भारत की पुरानी सभ्यता को दिखाना नहीं चाहता किस्से कहानियों में उलझा कर राज करना चाहता है वह श्री राम के युग को दो लाख साल पुराना और भागवद गीता को पांच हजार साल पुराना कहता है बीच के 195000 साल में क्या हुआ उसके बारे में बात नहीं करताहम तो चाहते हैं कि देश की पुरानी सभ्यता व सांसकृति पर बात हो लेकिन हमारा देश खुद उसे छुपा रहा है.

Mehmood Hussain सर आप बहुत अच्छी तरह से जानते है कि हमारा यह भी कल्चर है कि खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मारते है। पहले भी यही था आज भी यही है।ज्वेलसी बहुत रखते है इसलिए तो हमारी धरोहर को बर्बाद करने की सोचते है।

Irfan Zibran सर आप सफाई मत दे।यहां तो ये लोग उस चीज को नकारने को तैयार रहते हैं जिसका दुनियाभर में ऑथेंटिक स्रोत मौजूद है।अल बरुनी कहता था कि भारतीय ब्राह्मण सच्चाई जानते हुए भी हठता से नकारने की कोशिश करते हैं।इनको लगता है कि ये दुनिया के सबसे बड़े ज्ञानी है जबकि ये कूपमंडूक है।

Md Ali Typo error और historical facts की तारीखों में फर्क़ हो जाता है उनको भी correct किया जा सकता है, दरअसल बस इतने की ही ज़रूरत है.बाकि उन मेंढ़कों को समझाना आसान नहीं वो सिर्फ कुए के इतिहास के बारे मे ही परिपक्व हैं. Mohammed Seemab Zaman सर.आपको biased कहने वाला अपने पिछले election मे अपने voting choice की वजह पर मंथन करे तो शायद शीशे के सामने खड़ा होना मुश्किल हो जाये.

Anwar Hussain जब यहां पढ़े-लिखे बुद्धिजीवी मानने को तैयार नहीं तो यह क्यों मानेंगे जबकि असली भारत अफगानिस्तान और वर्तमान का पाकिस्तान है बाकी का जो भारत है वह सिर्फ पूरब की तरफ थोड़ा सा और उत्तर की तरफ थोड़ा सा था बाकी का जंगल का भाग है सबका सब जंगल था ऐसे में कौन सा इतिहास यहां रहा होगा 5000 साल पुराना मेरी तो समझ से परे है अब कोई ना मानना चाहे तो कोई क्या कर सकता है.

Imran Qureshi आप भी किसकी बात कर रहे हो सर जी यह लोग आज तक यह साबित ही नहीं कर पाए कि इनकी सभ्यता लाखो वर्ष पुरानी है इनके पास इस तथ्य और आधार को लेकर कोई ऐसा सबूत ही नहीं है जिसे पेश करके यह कहा जाए कि हमारी सभ्यता का यह सबूत है और हमारी सभ्यता इस दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यता है आज तक यूनेस्को में यह लोग अपनी सभ्यता और संस्कृति को प्रूफ ही नहीं कर पाए जबकि दुनिया के तमाम धर्मो के अनुयायियों ने अपनी अपनी सभ्यता को प्रूफ़ भी किया है सिवाय इनके

Faiq Ateeq Kidwai दरअसल उस पोस्ट में शायद एक तंज़ था, लेकिन उन्हें समझना चाहिए ये तंज़ उन नफ़रती संघियो के लिए है जो दुनिया की संस्कृति को कुछ समझते नही। जब सारी दुनिया बेहतर काम कर रही यहाँ तक अरब भी अपने यहाँ पुरातत्वविदों को बुलाकर खोज कर रहे और ये अभी तक ताजमहल को शिव मंदिर बनाने में लगे है.

अजय अजय इस आभासी दुनिया में आप अकेले इन्सान मुझे मिले हैं जो बायस्ड नही है ओर ना ही कभी अपनी थ्योरी रचते हैं। आप केवल जानकारी देते हैं, आपकी पोस्ट के रेफरेंस मै जमीनी बहस मे भी देता हूँ ओर सामने वाले के क्रास चैक(गूगल आदि) करने के बाद आज तक कभी गलत साबित नही हुआ।धन्यवाद जमान साब।। भगवान आपको खूब बरकत दे।।

Mir Talib Ali Sir आप को baised कहने वाला खुद ही biased है! वह आपकी छोटी सी गलती को बहाना बना कर आप को डिमोर्लाईज्ड करना चाहता है, यकीनन वह पक्का कप्टाचारी गिरोह से ही होगा !

Gafoor Hussain सीमाब सर अपने उस पुराने दोस्त की बातों को दिल पर ना लें..आपके वो पुराने दोस्त भी आप ही की तरह दिल के बहुत अच्छे है मै उनकी भी पोस्ट पढ़ता रहता हूं..बहस करने में कोई कम तो कोई ज्यादा बोल देता है…गलती सभी से अक्सर हो जाया करती है इंसान गलती का पुतला है !!

Mohd Chaudhary सर आप सफाई क्यो दे रहे है मुझे तो यही नही समझ मे आ रहा ? और ऐसे कमअक्लो को दोस्त न बनाया करे जो मानवीय गलती या भूल चुक को झट से पर्सनालिटी का हिस्सा बना देते हो । मैं ऐसे बहुत से तथाकथित दोस्तो को लात मारकर दूर कर दिया है । उर्दू नाम के साथ फ्रस्ट्रेशन इंडिया में अभी बहुत चलेगा । बाकी आप खुद समझदार है ।

  • Mohammed Seemab Zaman ईजिप्ट जो है वह इंगलैड, ग्रीस और जापान की मद्द ले रहा है खोज मे। कपडा पर रिस्रच करवा रहा है जापान से क्येकि वह दुनिया मे बहुत रिसर्च किय हाल कपडा पर।सऊदी अरब Tourism का ठिका जापान को दे दिया ओर वह खोज कर रहा है। अमेरिका को कीवी ने नही दिया।सिरिया का लिखा मिलता है कि वहॉ चालीस (40) सभ्यता बसती और बहती है। इसतांबूल मे दुनिया के हर धर्म के लोग और 30 nationalities सदियों से रह रही है और शादी ब्याह कर रही है। कहॉ वह इस्लाम की दोहाई दे रहा है। सब को लेकर चल रहा है। इंसतामबूल के बहुत थोड़े यहूदी इसराईल गये ज्यादा तर वही है जो स्पेन और इटली से जान बचा कर आये।
Peru
Indus Valley Civilisation Stamp